मुंबई हमला , परनब मुकर्जी के सख़्त अलफ़ाज़ ने पाकिस्तान को दहला दिया था

वाशिंगटन 29 अक्तूबर (पी टी आई) मुंबई पर हुए 26/11 दहश्तगर्द हमलों के बाद हिंदूस्तान के सख़्त गीर लब-ओ-लहजा से पाकिस्तान अमलन दहश्त ज़दा हो चुका था और इसने अमरीका, चीन, सऊदी अरब और हर मुल्क से अपनी सनसनी की हालत में ये कह दिया था कि हिंदूस्तान ने जंग शुरू करने का फ़ैसला कर लिया है।

इस बात का इन्किशाफ़ अमरीका की साबिक़ वज़ीर-ए-ख़ारजा कोन्डा लीज़ा राईस ने किया और कहा कि ईस्लामाबाद ने वाईट हाउस को मतला किया था कि हिंदूस्तान ने धमकी दी है कि वो पाकिस्तान के ख़िलाफ़ जंग का फ़ैसला कर चुके हैं जिस पर अमरीका के एक सदारती मददगार ने उन्हें (कोन्डा लीज़ा राईस) को हिदायत की थी कि वो हिंदूस्तान को इस बात से वाक़िफ़ कराये ।

मिस राईस ने ये बात हिंदूस्तानियों ने मुझे बताई और अपनी किताब (में कहा कि हिंदूस्तानियों से गुज़शता दो दिन के दौरान मेरी बातचीत में उन्हों ने सिर्फ सूरत-ए-हाल में पैदा शूदा कशीदी में कम करने ज़ोर दिया था और वह (हिंदूस्तानी) ये भी चाहते थे कि पाकिस्तान को ये ज़ाहिर करने की ज़रूरत है कि वो दहश्तगरदों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने की ज़िम्मेदारी क़बूल करते हैं।

26/11 हमलों के बाद दोनों मुल्कों ने इक़तिदार की राहदारियों में होने वाली बातचीत का तफ़सीली ज़िक्र करते हुए मिस राईस ने ये इन्किशाफ़ किया कि वज़ीर-ए-ख़ारजा परनब मुकर्जी की अपने पाकिस्तानी हम मंसब शाह महमूद क़ुरैशी से हुई टेलीफ़ोन पर बातचीत में इस्तिमाल होने वाले सख़्त अलफ़ाज़ ही सनसनी का नतीजा थे जो पाकिस्तान में फैल चुकी थी।

जिस पर कोन्डा लीज़ा राईस ने अपने ऑप्रेशन सैंटर को हिदायत की कि परनब मुकर्जी से रब्त किराया जाय लेकिन इस वक़्त मिस्टर मुकर्जी टेलीफ़ोन पर दस्तयाब नहीं हो सके थे। इस सूरत-ए-हाल से ख़ुद मिस राईस परेशान हो चुकी थीं और उन्हों ने सोच लिया कि ग़ालिबन मिस्टर मुकर्जी उन (राईस) से बातचीत से गुरेज़ कर रहे हैं शायद इस लिए कि शायद हिंदूस्तान जंग की तैय्यार कर चुका है।

राईस ने कहा कि उन्हों ने दुबारा फ़ोन मिलाया, इस का कोई जवाब मौसूल नहीं हुआ।

इस वक़्त तक सारे बैन-उल-अक़वामी ज़राए इबलाग़ की सुर्ख़ीयों में इमकानी जंग की ख़बर आम हो गई, पाकिस्तान ने सऊदी अरब, इमारात और चीन और दीगर मुल्कों से रब्त पैदा किया।