* अबू जिन्दाल की गिरफ़्तारी से आतंकवाद को सरकारी हिमायत हासिल होने का इन्किशाफ़, चिदम़्बरम की प्रेस कान्फ़्रैंस
अबू जिन्दाल की गिरफ़्तारी और पूछताछ के दौरान खुली हकीकतों कि रोशनी में वज़ीर दाख़िला(गृह मंत्री) पी चिदम़्बरम ने आज कहा कि इस से ज़ाहिर होता है कि मुंबई में 26/11 के हमलों के लिए आतंकवादी ज़िम्मेदार हैं जिन्हें सरकारी सतह पर हिमायत हासिल थी ।
उन्हों ने यहां एक प्रेस कान्फ़्रैंस से बातचित करते हुए कहा कि जब भी ये कहूं कि आतंक में मुल़्क की क़ियादत भी शामिल है तो में किसी ख़ास एजेंसी की तरफ़ ईशारा नहीं कर रहा हूँ लेकिन ये तो वाज़िह है कि सरहद पार के आतंकवादीयों के पीछे किस का हाथ है। जिन्दाल ने 26/11 के हमलों का मंसूबा बनाया था ।
मुसव्विरी अरब से इस के आने के बाद 21 जून को उसे गिरफ़्तार किया गया है । जिन्दाल ने ये तौसीक़ की है कि वो उस वक़्त इस कमरे में था जहां मुंबई हमलों का मंसूबा बनाया जा रहा था। वज़ीर दाख़िला(गृह मंत्री) ने कहा कि हिंदूस्तानी सिक्योरीटी एजेंसियां लश्कर तैयबा के कारकुन जिन्दाल का लगभग एक साल से पता चला रही थीं। इस के ताल्लुक़ से मिली खबरों को बेहतर तरीके से छिपाया गया था ।
हमें खबर मिली थी कि वो कौन है और कहां रहता है । अबू जिन्दाल तो एक नाम है जिस ने अपनी पहचान मुख़्तलिफ़ नामों से बनाई थी । इस सिलसिले में गृह मंत्री ने कहा कि उन्हें कल ही पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक का पैगाम मिला था जिस में उन्हों ने दरख़ास्त की थी कि वो 30 साला जिन्दाल से मुताल्लिक़ हासिल होने वाली तफ़सीलात से पाकिस्तान को खबरदार करें । हम इस सिलसिले में अपनी तरफ से जो कुछ होसकता है मदद करेंगे लेकिन पाकिस्तान ने अब तक अपने वादों को पूरा नहीं किया है और ना ही इस ने आतंकवादीयों की आवाज़ के नमूने दीए हैं। अब देखते हैं कि पाकिस्तान का क्या करता है । ये पाकिस्तान ही है जो दबाव का शिकार है । हिंदूस्तान नहीं। चिदम़्बरम ने कहा कि वो जिन्दाल से हासिल होने वालि तमाम तफ़सील किसी को नहीं बताएंगे क्योंकि जिन्दाल के बयान से वाज़िह होता हैकि 26/11 आतंकवादी हमलों को पाकिस्तान की ताईद हासिल थी।