मुंसिपल कॉर्पोरेशन मुलाज़िमीन हड़ताल पर, कामकाज ठप

सनीचर को रांची मुंसिपल कॉर्पोरेशन में सन्नाटा पसरा रहा। यह सुरते हाल मुलाज़िमीन की गैर मुआइना हड़ताल को लेकर थी। मुलाज़िमीन बाहर मेन दरवाजे पर धरना पर बैठे रहे। मुंसिपल कॉर्पोरेशन की तमाम शाख में ताला लटका हुआ था। दिन भर मुलाज़िमीन की हड़ताल पर रहने की वजह मुंसिपल कॉर्पोरेशन में कामकाज पूरी तरह से ठप रहा।

इधर मुलाज़िमीन के हड़ताल को देखते हुए डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय ने दिन के तीन बजे मुलाज़िमीन से बातचीत की व अवामी मुफाद में हड़ताल को खत्म करने की दरख्वास्त की। लेकिन, मुलाज़िमीन ने बिना तहरीरी यकीन दिहानी के हड़ताल खत्म करने की दरख्वास्त ठुकरा दिया। धरना पर बैठने वालों में यूनियन के सदर नरेश राम, मनी गोपाल राहा, उपेंद्र कुमार सिंह, प्रियंका चौधरी, गीता चौधरी, अनिता तिर्की, दीपक रजक सीमा कच्छप, पूनम टोप्पो, उषा देवी वगैरह शामिल थे।

क्या है मुताल्बात

पंचम तंख्वाह की फर्क रकम 15 नवंबर 2000 के असरात से अलोट की जाये
रियासती मुलाज़िमीन की तरह कॉर्पोरेशन मुलाज़िमीन को पेंशन दी जाये।
कॉर्पोरेशन में अनुकंपा की बुनियाद पर तकर्रुरी हो।
सालों से जमे शाख इंचार्जों को तबादला किया जाये।

ये काम हुए मुतासीर

पैदाइश और मौत सर्टिफिकेट का कामकाज पूरी तरह से ठप रहा।
एक भी नक्शा जमा नहीं हुआ।
होल्डिंग टैक्स वसूलने का काम भी पूरी तरह से ठप रहा।
वाटर कनेक्शन का बिल भी कॉर्पोरेशन में जमा नहीं हुआ।
कूड़े कचरे की शिकायत लेकर आये लोग वापस लौटे।