मुक्केबाज़ विजेंदर सिंह की हो रही तारीफ़, चीन से बेहतर संबंध के लिए बेल्ट वापस देने का दिया था प्रस्ताव

ओलंपिक पदक विजेता भारतीय पेशेवर मुक्केबाज़ विजेंदर सिंह का शनिवार को चीन के मुक्केबाज़ जुल्पीकार मैमैतियाली को हराने के बाद उसका बेल्ट वापस करने का प्रस्ताव देने की चीनी मीडिया में बहुत तारीफ़ हो रही है. वहां की वेबसाइट्स पर इस ख़बर को प्रमुखता से दिखाया जा रहा है.

दरअसल भारत और चीन के बीच डोकलाम को लेकर तनाव चल रहा है. भारत, चीन और भूटान की सीमा से लगा यह इलाक़ा रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हैं, और जून के महीने से ही एशिया की दोनों बड़ी शक्तियां इस पर इलाक़ाई दबदबा बनाने की होड़ में लगी हैं

ग्लोबल टाइम्स की वेबसाइट पर लिखा गया, “मोदीः क्या आपने अपने बॉक्सर सिंह की इच्छा नहीं सुनी?”

सिंह का यह प्रस्ताव सोशल मीडिया में ट्रेंड भी करने लगा जहां कईयों ने उनके प्रति आभार प्रकट किया.

बीज़िंग से ‘कलरफ़ोटो’ ने लिखा, ‘एक कौशल और दूरदृष्टि वाला स्पोर्ट्समैन. लाइक.’

हुनान प्रांत के चंगशा से एक यूज़र ने लिखा, ‘सिंह आप एक बॉक्सिंग चैंपियन और सभ्य पुरुष हैं, लेकिन आपके चारों ओर राजनीतिज्ञों समेत कई अज्ञानी हैं.’

हेबी प्रांत के शिजियाज़ाउंग से सोशल मीडिया पर एक कमेंट आई, ‘धन्यवाद बॉक्सिंग चैंपियन सिंह, हम आपकी भावनाएं समझते हैं. लेकिन आपको यह गोल्ड मोदी को देते हुए उन्हें सेना वापस करने को कहना चाहिए.’

जिलिन प्रांत के लियायुआन से एक अन्य यूज़र ने लिखा, ‘भारत के राष्ट्रीय धरोहर और बॉक्सिंग स्टार सिंह की सोचने का तरीका सही है जिसकी तारीफ़ की जानी चाहिए. लेकिन भारत का सीमा पार कर चीन को सड़क बनाने से रोकना बिल्कुल अगल मामला है, जो इस पूरे मामले की जड़ में है.’

एक यूजर ने जियांग्सु प्रांत के सुज़ोउ से एक यूज़र ने लिखा, ‘सद्भावना और शांति की यह क्या मिसाल है? यह एक बेकार बेल्ट के बदले भारतीय सेना के हमले पर हमारी मौन सहमति चाहता है. एक मूर्ख ही इस पर अपना भरोसा जताएगा. अगर हम हटे तो हमें कुछ और नहीं चाहिए. अगर हम नहीं हटे, तो हम इसे वापस लेने में संकोच नहीं करेंगे.’

शनिवार को 2008 बीजिंग ओलंपिक में कांस्य पदक विजेता विजेंदर सिंह ने जुल्पीकार मैमैतियाली को हराकर जहां अपना डब्ल्यूबीओ एशिया पैसेफिक सुपर मिडिलवेट ख़िताब बचाया वहीं उन्होंने जुल्पीकार का डब्ल्यूबीओ ओरियंटल सुपर मिडिल वेट ख़िताब भी हासिल किया. यह एक ऐसा मुक़ाबला था जिसमें जीतने वाला जहां अपने बेल्ट को बचाने में कामयाब होने के साथ ही हारने वाले का ख़िताब जीतने का हकदार था.

लेकिन अपने सभी नौ पेशेवर मुक़ाबलों में जीत हासिल करने वाले विजेंदर ने ‘भारत-चीन की दोस्ती’ की ख़ातिर जुल्पीकार से जीता बेल्ट उन्हें वापस करने का प्रस्ताव दिया.