मुजफ्फरपुर के मुस्लिम आबादी वाले क्षेत्रों में नगर पालिका के अधिकारी डंप करते हैं कूड़ा

मुजफ्फरपुर। बिहार के मुज़फ्फरपूर की पालिका नगर को समार्ट सिटी की सूची में जगह दिलाने के विज्ञापन अभियान ज़ोरो शोर से चला रही है लेकिन नगर को समार्ट सिटी के मेयार पर लाने को बुनियादी स्तर पर कोशिशें नहीं की जा रही हैं। शहर में सफाई का नामो निशान नहीं है। सफाई के मामले में मुस्लिम इलाकों की हालत तो बहुत बुरी है।

बिहार मुजफ्फरपुर के विभिन्न क्षेत्रों में लगे कुडों के ढेर से जनता परेशान हैं। फिलहाल मुस्लिम आबादी वाले क्षेत्रों में कई स्थान ऐसे हैं जहां नगर पालिका के कर्मचारी कूड़ा जमा कर देते हैं और महीनों कूड़े इस तरह से पड़े रहते हैं जैसे कि यह स्थान नगर पालिका के डंपिंग पॉइंट्स हों। कूड़ा डंप करने में नगर पालिका के कर्मचारी इस बात का भी ख्याल नहीं रखते कि आसपास कोई मस्जिद, मंदिर, चर्च या गुरुद्वारा तो नहीं। घनी आबादी वाले शहरी क्षेत्रों में कूड़ा जमा किए जाने से तरह तरह की बीमारियां फैल रही हैं। कूड़े के ढेर के कारण बारिश का पानी सड़कों और गलयों में जमा हो रहा है और बच्चों का स्कूल जाना भी मुश्किल हो गया है।