पटना की एक 18 साला बेटी इतवार की सुबह फरोख्त होने से बच गयी। उसे पड़ोस की एक आंटी ने मुजफ्फरपुर के रेड लाइट एरिया में फरोख्त की कोशिश किया था। लेकिन, मौके पर पुलिस ने पहुंच कर उसे बरामद कर लिया। हालांकि, आंटी और तीन दलाल पुलिस को चकमा देकर भाग गये।
पुलिस चारों की तलाश कर रही है।
लड़की गर्दनीबाग थाने के अनिसाबाद इलाके की रिहायसी है। कुछ महीने पहले ही उसकी शादी हुई थी। लेकिन, शौहर शराबी निकला और वह उसकी रोज पिटाई करता था। इसी वजह से वह इन दिनों अपने मायके में रह रही थी। आंटी उसे काम दिलाने का झांसा देकर ले गयी थी। उसके वालेदाईन सिलाई का काम करते हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक, इतवार की सुबह मुजफ्फरपुर के नगर डीएसपी उपेंद्र कुमार को इत्तिला मिली कि एक लड़की को शुक्ला रोड में फरोख्त की कोशिश किया जा रहा है। उन्होंने थाना इंचार्ज जितेंद्र प्रसाद को तुरंत छापेमारी करने की हिदायत दिया। थाना इंचार्ज ने दारोगा अजय कुमार के साथ छापेमारी कर लड़की को बरामद कर लिया।
ताहम, इससे पहले बेचनेवाले बिचौलिये फरार हो गये। नगर थाने में पूछताछ के दौरान पता चला कि लड़की को पड़ोस की रहनेवाली लक्ष्मी आंटी उसे पटना में ही किसी घर में खाना बनाने के नाम पर दो सितंबर को घर से बुला कर ले गयी थी, लेकिन घर से ले जाने के बाद उसने किसी खुफिया जगह पर उसे रख दिया। उसे नहीं मालूम कि वह जगह कहां पर है।
तीन लड़के उस घर में रहते थे। उसके साथ जबरदस्ती का भी कोशिश किया गया। इतवार की सुबह लक्ष्मी उन्हीं तीन लड़कों के साथ मिल कर उसे मुजफ्फरपुर लेकर गयी। ऑटो से उसे शुक्ला रोड ले जाकर बेचने का सौदा किया गया, इसी दरमियान पुलिस पहुंच गयी। नगर डीएसपी ने बताया कि बयान की बुनियाद पर सनाह दर्ज की जायेगी। लक्ष्मी की गिरफ्तारी के लिए पटना पुलिस से राब्ता किया जा रहा है। लड़की को ख़वातीन हेल्पलाइन के हवाले किया गया है। पीर को उसका अदालत में बयान दर्ज कराया जायेगा।