मुजफ्फरपुर शेल्टर कांड: नीतीश सरकार के एक और मंत्री का नाम आया!

मुजफ्फरपुर बालिका रेप कांड में सीएम नीतीश की सरकार को राहत मिलने की कोई उम्‍मीद नहीं है। मंजू वर्मा को मंत्रिमंडल से बाहर का रास्‍ता दिखाने के बाद सरकार थोड़ी सी राहत की सांस ली थी।

लेकिन सरकार के एक और पूर्व मंत्री के बेटे का नाम इस रेप कांड से जुड़ गया है। इस मामले में सुशासन बाबू इसलिए फंस गए हैं कि जिस मंत्री के बेटे का नाम इस मामले में सीबीआई की जांच में उभरकर सामने आया है वो बिहार प्रदेश जद-यू युवा का महासचिव है।

आपको बता दें कि मुजफ्फरपुर रेप कांड का खुलासा 31 मई को हुई थी और इस मामले में जद-यू के नेताओं का नाम आया था। इस मामले में मंत्री मंजू वर्मा को मजबूरन इस्‍तीफा देना पड़ा।

इस मामले की जांच कर रही सीबीआई की टीम को इसके सबूत मिले हैं कि इस कांड के मुख्य आरोपी बृजेश ठाकुर के राजीव रावत के साथ संबंध थे। इस बात का खुलासा होने के बाद जेडीयू ने राजीव रावत को पार्टी से निकाल दिया है।

मुजफ्फरपुर कांड की जांच कर रही सीबीआई की टीम ने इस बात का खुलासा किया है। सीबीआई के रडार पर पूर्व समाज कल्याण विभाग के मंत्री दामोदर रावत और उसके बेटे राजीव रावत आ गए हैं।

इस मामले की जांच कर रही सीबीआई को इस बात के सबूत मिले हैं कि इस कांड के मुख्य आरोपी बृजेश ठाकुर के राजीव रावत के साथ संबंध थे। इस बात का खुलासा होने के बाद जेडीयू ने राजीव रावत को पार्टी से निकाल दिया है।

राजीव रावत युवा जेडीयू का प्रदेश महासचिव था और उस पर कार्रवाई करते हुए जेडीयू ने उसे पार्टी से निकाल दिया है। युवा जेडीयू के अध्यक्ष अभय कुशवाहा ने कहा कि राजीव रावत को पार्टी ने अनुशासनहीनता की वजह से बाहर का रास्ता दिखाया है।

बताया जा रहा है कि मुजफ्फरपुर कांड को लेकर सीबीआई जल्द पूर्व समाज कल्याण विभाग के मंत्री दामोदर रावत और उसके बेटे से पूछताछ कर सकती है। सीबीआई को इस बात के पुख्ता सबूत मिले हैं कि बृजेश रावत के मुजफ्फरपुर स्थित आएम होटल में राजीव रावत अपने दोस्तों के साथ अक्सर जाया करता था और अय्याशी किया करता था।

बृजेश ठाकुर ने राजीव रावत का सहारा लेकर ही उस वक्त के समाज कल्याण मंत्री दामोदर रावत से संपर्क साधा और उनके मंत्री रहते समाज कल्याण विभाग से उन्हें अपने एनजीओ के लिए पैसा मिला। तत्कालीन समाज कल्याण विभाग के मंत्री दामोदर रावत पर आरोप लग रहे हैं कि उन्होंने बृजेश ठाकुर को अवैध तरीके से फायदा पहुंचाया।

बता दें कि आठ अगस्त को बृजेश ठाकुर ने इस बात का खुलासा किया था कि वह समाज कल्याण विभाग की मंत्री मंजू वर्मा के पति चंद्रशेखर वर्मा को जानता है जिसके बाद विवादों में घिरी बिहार की समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा ने इस्तीफा दे दिया।

हालांकि मंजू वर्मा पहले इस्‍तीफा न देने पर अड़ी थी, लेकिन राजनीतिक दबाव बढ़ने के बाद उन्‍होंने मजबूरन इस्‍तीफा दे दिया।