वज़ीर-ए-आला तामिलनाडू जय ललीता ने आज मुजाहिदीन आज़ादी धीरन चुना मिलाई और वनचीना थन की याद में बिलतर्तीब एक यादगारी सतून और एक दीगर यादगार का इफ़्तिताह(उदघाटन) अंजाम दिया।
हुकूमत की जानिब से जारी करदा एक बयान में बताया गया कि वज़ीर-ए-आला जय ललीता ने ये इफ़्तिताह वीडियो कान्फ़्रेंसिंग के ज़रिया अंजाम दिए। याद रहे कि 2012 में जय ललीता ने सिंगा गेरी (सेलम डिस्ट्रिक्ट) में मुजाहिद आज़ादी चुना मिला-ए-की याद में एक यादगारी सतून की तामीर का ऐलान किया था जहां जद्द-ओ-जहद आज़ादी के दौरान चुना मिलाई को बर्तानवी हुकूमत ने फांसी पर लटका दिया था।
उन्होंने वनचीना थन के भी एक निस्फ़ मुजस्समा का इफ़्तिताह किया जिन्होंने हिंदुस्तान की जद्द-ओ-जहद आज़ादी के दौरान मनयाची रेलवे स्टेशन पर एक ट्रेन के अंदर एक अंग्रेज़ क्लक्र को गोली मार कर हलाक कर दिया था और बाद में उसी बंदूक़ से ख़ुदकुशी करली थी। चुना मिलाई की यादगार की तामीर केलिए 60 लाख और वनचीना थन की यादगार केलिए 50 लाख रुपये मुख़तस किए गए थे।
जय ललीता ने बाद में एक असरी नौईयत के आडीटोरियम की तामीर का संग-ए-बुनियाद भी रखा जो चेन्नई के ओमंद विरार सरकारी स्टेट में 61 करोड़ रुपये के मसारिफ़ से तामीर किया जाएगा। इसी मुक़ाम पर एक रियासती इन्फ़ार्मेशन मर्कज़ का क़ियाम भी अमल में आएगा।