मुझे अदालत में पुलिस के रूबरू ज़द्द-ओ-कूब किया गया: कन्हैया

नई दिल्ली 28 फ़रवरी: सदर जेएनयू एसयू कन्हैया कुमार ने सुप्रीमकोर्ट के मुक़र्ररा वुकला के तहक़ीक़ाती पैनल को बताया है कि उसे वुकला के लिबास वाले आदमीयों ने पुलिस के रूबरू मारपीट की, फ़र्श पर गिरा दिया और ज़द्द-ओ-कूब के ज़रीये ज़ख़मी किया। ये वाक़िया 17 फ़रव‌री को पेश आया जबकि उसे पटियाला हाउस कोर्ट काम्प्लेक्स को लाया गया था।

कन्हैया ने अपने साथ पेश आए सिलसिला-वार वाक़ियात से वुकला के पैनल को वाक़िफ़ किराया है जिसकी वीडीयो कल्पि टेलीवीझ़ीन चैनलों पर दिखाई गई। कन्हैया ने कहा: जैसे ही पुलिस मुझे अदालत की गेट से अंदर ले आई, वुकला के लिबास वाले आदमीयों का हुजूम मुझ पर हमला-आवर हुआ। एसा लगा जैसे कि वो हमले के लिए तैयार थे और वो दूसरों को भी हमले के लिए उकसा रहे थे। मुझे ज़द्द-ओ-कूब किया गया। मेरी निगरानी पर मामूर पुलिस ने मुझे बचाने की कोशिश की लेकिन पुलिस ओहदेदारों को भी मार पिट की गई। छः वुकला कपिल सिब्बल, राजीव धवन, दुशीनत दवे, ए डी एन राव‌, अजीत कुमार सिन्हा और हरेन रावल का पैनल 17 फ़रव‌री को पटियाला हाउस कोर्टस काम्प्लेक्स गया था जबकि फ़ाज़िल अदालत को मतला किया गया था कि कन्हैया को मजिस्ट्रेट के रूबरू उस की पेशी के दौरान मारपीट की गई।

कन्हैया ने कहा कि एक और मौके पर जब इस पर हमला किया गया तो वहां मौजूद पुलिस ने कुछ नहीं किया। जब कन्हैया ने ये वाक़िया तहक़ीक़ाती पैनल को कमरा-ए-अदालत के अंदरून बयान किया तो कपिल सिब्बल ने डी सी पी जतिन नरवाल को तलब किया और उनसे इस ताल्लुक़ से दरयाफ़त किया।

पैनल मेंबर्स ने डीसीपी से इस्तिफ़सार किया कि किस तरह आपने अदालती अहाते के अंदरून ये हमला पेश आने दिया? आपके लोग वहां मुतय्यन थे। वो क्या कर रहे थे? किस तरह इस शख़्स को (जिसने कमरा-ए-अदालत के दरवाज़े के बाहर कन्हैया पर हमला किया) अंदर आने दिया गया? इस पर डीसीपी ने कहा कि वो हिफ़ाज़ती दस्ता के साथ आए और कमरा-ए-अदालत से मुत्तसिल रुम में चले गए। तब पैनल मेंबर्स ने दुसरे पुलिस ओहदेदारों को तलब किया और उनसे इस वाक़िये की दरयाफ़त किया और उन्होंने जवाब दिया कि जिस शख़्स ने कन्हैया पर हमला किया, इस ने ख़ुद को कन्हैया का वकील बावर किराया था। कन्हैया ने पैनल को बताया कि जब इस पर हमला कियागया ते वो फर्श पर गिरगया और इसे ज़ख़म आए और उस वक़्त वो गिर गया और उसे ज़ख़म आए और इस वक़्त वो देख नहीं पाया कि पुलिस क्या कर रही है।