दौलते इस्लामीया अस्करीयत पसंदों के हाथों मौत के घाट उतारे गए जापानी यरग़माल केन्जी गोटू की अहलिया ने आज कहा कि उस के लिए ये वाक़िया जान लेवा ज़रूर है लेकिन उसे अपने शौहर पर फ़ख़्र भी है।
बर्तानिया के सहाफ़ी ग्रुप रूरी पैक ट्रस्ट के ज़रीए एक ब्यान जारी करते हुए रन्गोजोगो ने मीडीया से ख़ुसूसी तौर पर उन के और उन के अरकान ख़ानदान की प्राईवेसी (ख़लवत) का एहतेराम करने का मुतालिबा किया क्योंकि उस वक़्त वो लोग जिस ज़हनी तकलीफ़ से गुज़र रहे हैं, उन्हें वो अपने हद तक ही रखना चाहती हैं।
उन्हों ने उन अफ़राद से इज़हारे तशक्कुर किया जिन्हों ने इस मुश्किल की घड़ी में उन से इज़हारे यगांगत किया।