मुझे अल्लाह की ज़ात पर कामिल भरोसा है : मुहम्मद पहलवान

जनाब मुहम्मद बिन उम्र अल याफ़ई उर्फ़ मुहम्मद पहलवान ने कहा कि वो उन के ख़िलाफ़ जारी मकरो फ़रेब और साज़िश की इस लड़ाई का अल्लाह ताला की मदद को शामिल हाल रखते हुए सामना करेंगे ,चूँकि अल्लाह ताला की ज़ात पर उन्हें कामिल भरोसा है और जीत हक़ की होगी। आन्ध्र प्रदेश हाईकोर्ट ने आज उन की और उन के दो रफ़क़ा की ज़मानत को मंसूह करते हुए उन्हें तहत की अदालत में पेश होने की हिदायत दी जिस पर उन्हों ने कहा कि क़ानून की पासदारी इन का वस्फ़ है और क़ानून के एक पाबंद शहरी की तरह वो ज़रूर तहत की अदालत में पेश होंगे।

मुहम्मद पहलवान जो इंतिहाई पुरसकून अंदाज़ में उन के चाहने वालों से मुलाक़ात कर रहे थे कहा कि मुख़ालिफ़ीन ने ना सिर्फ उन्हें बल्कि उन के अफ़राद ख़ानदान को हर तरह से हिरासाँ किया, उन के बिरादर ज़ादे जवाँसाल इबराहीम को गोली मार कर हमेशा के लिए मौत की नींद सुला दिया, और उन्हें जेल भेज दिया बावजूद इस के उन्हों ने सब्र का दामन नहीं छोड़ा। मुहम्मद पहलवान ने मज़ीद कहा कि वो आज के अदालती हुक्मनामा के ख़िलाफ़ सुप्रीम कोर्ट से रुजू होंगे, इंशाअल्लाह उन्हें इंसाफ़ ज़रूर मिलेगा।

तहत की अदालत में ख़ुद सपुर्द हो जाने से मुताल्लिक़ हाईकोर्ट की हिदायत की इत्तिला जैसे ही आम हुई सैंकड़ों की तादाद में मुहम्मद पहलवान के चाहने वाले उम्र गुलशन चंद्रायन गुट्टा पर बिला लिहाज़ मज़हब-ओ-मिल्लत जमा हो गए। मिल्लत के बुज़ुर्गों ने उन्हें दुआओं से नवाज़ा, मुहम्मद पहलवान ने अवाम का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि अवाम ने जिस तरह उन का हर मोड़ पर साथ दिया वो उन के ममनून हैं। उन्हों ने अपने चाहने वालों से कहा कि वो हिम्मत से काम लें, उन्हें हर हाल अपनी दुआओं में शामिल रखें, इंशाअल्लाह दुआएं ज़रूर क़बूल होंगी और उन्हें ज़रूर कामयाबी मिलेगी।