रोहित शर्मा ने यहां वेस्ट इंडीज़ के ख़िलाफ़ अपने टेस्ट केरियर का आग़ाज़ करते हुए ना सिर्फ़ शानदार सेंचुरी स्कोर की बल्कि हिंदूस्तानी टीम को बोहरान की सूरत-ए-हाल से बाहर निकालते हुए सेहतमन्द सबक़त दिलवाने में कलीदी रोल अदा किया है लेकिन इसके साथ ही उन्होंने एतराफ़ भी किया कि उन पर टेस्ट केरियर के बेहतर आग़ाज़ के लिए काफ़ी दबाव था।
हिंदुस्तानी टीम जिस वक़्त 83/5 की बोहरान की सूरत-ए-हाल से परेशान थी उस वक़्त रोहित ने महिन्द्र सिंह धोनी और रवी चंद्रन अश्विन के साथ बेहतरीन पार्टनरशिप निभाते हुए टीम को 120 रंस की सबक़त दिलवाने में कलीदी रोल अदा करने के इलावा ग़ैर मफ़तूह 127 रंस की इनिंगस भी खेली है लेकिन उन्होंने कहा कि इबतिदाई मरहला में ही पाँच विकटों के नुक़्सान के बाद मुझ पर काफ़ी दबाव था लेकिन अब में सुकून महसूस कररहा हूँ।
याद रहे रोहित शर्मा ऐसे 14 वीं हिंदुस्तानी बैटस्मेन हैं जिन्होंने पहले ही टेस्ट में सेंचुरी स्कोर की है।