बी जे पी के वज़ारत-ए-उज़मा के ओहदा के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के माज़ी को मंज़रे आम पर लाने के लिए एक नई मुहिम का शुरू किया गया है जहां उनकी ग़रीबी और मुनकसिर-उल-मिज़ाजी पर रोशनी डाली जाएगी।
कुछ पार्टी लीडरों ने सड़क पर चाय का कारोबार करनेवाली टी स्टालों का नाम “NaMo” टी स्टाल से मौसूम किया है जो दरअसल नरेंद्र मोदी के नाम का मुख़फ़्फ़फ़ है। बी जे पी के बांकी पर (पटना) के लेजिस्लेचर नतीन नवीन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सड़क पर चाय का कारोबार करने वाले कई अफ़राद उनसे रुजू हुए और कहा था कि उन्हें इस बात पर बेहद फ़ख़र है कि नरेंद्र मोदी अपने बचपन में ट्रेनों में चाय फ़रोख्त किया करते थे और तरक़्क़ी करते करते आज एक ऐसे मुक़ाम पर पहुंच गए हैं जहां बी जे पी ने उन्हें पार्टी के वज़ारत-ए-उज़मा के ओहदा के उम्मीदवार के तौर पर नामज़द किया है।