सी पी आई (ऐम) के क़ाइद सीताराम यचोरी ने हुकूमत पर इल्ज़ाम आइद किया कि वो शरारत में मुलव्विस है और वो मुंख़बा तशहीर भी कररही है। मुतनाज़ा आर्डीनैंस के सिलसिले में जो मुजरिम क़रार दिए हुए अरकान मुक़न्निना को नाअहल क़रार देने के सिलसिले में था और जिस से हुकूमत ने दसतबरदारी इख़तियार करली है। सीताराम यचोरी ने कहा कि हम नहीं जानते कि इस आर्डीनैंस के पसेपर्दा कौन था लेकिन इस से ज़ाहिर होता है कि हुकूमत मालूमात अपने इंतेख़ाब के तहत ज़ाहिर कररही है।
13 अगस्ट को कुल जमाती इजलास मुनाक़िद किया गया था। हुकूमत का दावा है कि तमाम पार्टीयों ने मुजव्वज़ा क़ानून की ताईद की थी। ये शरपसंदी है। मुंख़बा तशहीर का हर्बा अपनाया जा रहा है। हुकूमत मुझ (यचोरी) से भी चंद बयानात मंसूब कररही है। कुल जमाती इजलास की तफ़सीलात के बारे में जो ज़राए इबलाग़ को फ़राहम की गई थी। सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि इजलास की कोई रुवेदाद अरकान-ए-पार्लियामेंट को जिन्होंने इजलास में शिरकत की थी, फ़राहम नहीं की गई।
हमारे इस मसले पर मौक़िफ़ बरसर-ए-आम ज़ाहिर किया जा चुका है। कम्यूनिसट पार्टी आफ़ इंडिया के क़ाइद डी राजा ने कांग्रेस ज़ेरे क़ियादत यू पी ए हुकूमत के मुजरिम और सज़ा याफ़ता अरकान मुक़न्निना के बारे में आर्डीनैंस से दसतबरदारी इख़तियार करने के इक़दाम का खैरमक़दम करते हुए कहा कि ये आर्डीनैंस हिन्दुस्तानी क़ौम के फ़रोग़ पज़ीर और आइन्दा नज़रियात से हम आहंग नहीं था।
वो एक प्रेस कान्फ्रेंस से ख़िताब कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आख़िर-ए-कार हुकूमत को अक़्क़ल आगई और इस ने इस आर्डीनैंस से दसतबरदारी इख़तियार करली क्योंकि मुल्क गीर सतह पर अवाम और तमाम सियासी पार्टीयों ने इस के ख़िलाफ़ शदीद बरहमी ज़ाहिर की थी। उन्होंने कहा कि ऐसे आर्डीनैंस के इजरा में उजलत की कोई ज़रूरत नहीं थी। हुकूमत को पहले कर्रपशन से पाक और शफ़्फ़ाफ़ियत के साथ अच्छी हुक्मरानी पर तवज्जु देनी चाहीए।
हिन्दुस्तान को एक अच्छा मुल्क बनाने के लिए सियासत को मुजरिमाना रंग देने के ख़िलाफ़ जद्द-ओ-जहद ज़रूरी है। इस पस-ए-मंज़र में अगर हुकूमत ने ऐसा आर्डीनैंस जारी करने की कोशिश की थी जो मुजरिम अरकान मुक़न्निना का तहफ़्फ़ुज़ करता हो तो ये अवामी उमनगों से हम आहंग नहीं था। यू पी ए हुकूमत ने कल मुतनाज़ा आर्डीनैंस से दसतबरदारी का फ़ैसला किया है। पालिसी को बरअक्स करदेने से साफ़ ज़ाहिर होता है कि हुकूमत का ये इक़दाम ग़लत था।
काबीना के एक बयान में कहा गया है कि मुख़्तलिफ़ गोशों से फ़िक्रमंदी के इज़हार के पेशे नज़र काबीना ने मुजव्वज़ा आर्डीनैंस से दसतबरदारी इख़तियार करने का फ़ैसला किया है जिस में क़ानून अवामी नुमाइंदगी में तरमीम करते हुए मुजरिम क़रार दिए गए अरकान मुक़न्निना को तहफ़्फ़ुज़ फ़राहम किया गया था। मर्कज़ी वज़ीर बराए इत्तिलाआत-ओ-नशरियात मनीष तीवारी ने आर्डीनैंस से दसतबरदारी के काबीनी फ़ैसले का दिफ़ा करते हुए कहा कि इस से यू पी ए की जम्हूरी नौईयत ज़ाहिर होती है।जनरल सेक्रेटरी सी पी आई ऐम प्रकाश करात ने इस आर्डीनैंस से दसतबरदारी के सिलसिले में ज़हनी तहफ़्फुज़ात ज़ाहिर किए।