मुतवफ़्फ़ी लड़की की आख़िरी रसूमात अंजाम देने से इनकार

मोगा

पंजाब के ज़िला मोगा में एक चलती बस में दस्त दराज़ी के बाद सड़क पर फेंक दिए जाने के सबब फ़ौत होजाने वाली नौजवान लड़की के ख़ानदान मुक़ामी सियासतदानों के साथ मुसलसल एहतेजाजी धरना जारी रखते हुए डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर सुखबीर बादल के ख़िलाफ़ मुक़द्दमा दर्ज करने का मुतालिबा किया है जो (बादल) ओरबट बस सर्विस के शरीक मालिक हैं।

इस ख़ानदान का मुसलसल एहतेजाज जारी है जिस के नतीजे में तात्तुल पैदा होगया है और मुतवफ़्फ़ी लड़की की आख़िरी रसूमात में अंजाम दही में ताख़ीर होरही है। अरकाने ख़ानदान और मुख़्तलिफ़ सियासी जमातों के मुक़ामी क़ाइदीन और समाजी तंज़ीमों पर मुश्तमिल संघर्ष कमेटी के अरकान सियोल हॉस्पिटल के बाहर धरना मुनज़्ज़म किए हुए हैं जबकि लड़की की नाश सनघवाला गाँव‌ के मुर्दा ख़ाने में पड़ी है।

अरकाने ख़ानदान ने उस वक़्त तक अपनी बेटी की आख़िरी रसूमात अंजाम देने से इनकार कर दिया है जब तक बस के मालकीयन के ख़िलाफ़ मुक़द्दमा करते हुए बस का लाईसैंस मंसूख़ नहीं किया जाता। संघर्ष कमेटी के एक रुकन बलवंत सक्खू ने कहा कि सियोल हॉस्पिटल के बाहर एहतेजाज जारी है।

एक सीनियर पुलिस अफ़्सर ने कहा कि इस मामले में ताहाल कोई पेशरफ़त नहीं हुई है। मुतवफ़्फ़ी लड़की के बाप सुखदेव सिंह इस बस के मालिक डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर सुखबीर सिंह बादल और दूसरों के ख़िलाफ़ मुक़द्दमा दर्ज करने के मुतालिबे पर बज़िद हैं, लेकिन ज़िला इंतेज़ामीया ने बस मालकीयन के ख़िलाफ़ मुक़द्दमा दर्ज करने के इमकान को मुस्तरद कर दिया और कहा कि क़ानूनी तौर पर ऐसा ममालिक नहीं है। पुलिस ने कहा कि ओरबट बस के वाक़िये का ऊबर टैक्स सर्विस के वाक़िये से तक़ाबुल नहीं किया जा सकता क्योंकि माज़ी के वाक़िया में ख़ुद ऊबर टैक्सी के ड्राईवर ने मुसाफ़िर लड़की की इस्मत रेज़ि की थी लेकिन ये मामला एसा नहीं है।