नई दिल्ली 28 दिसम्बर वज़ीर-ए-आज़म ख़ारिजा सलमान ख़ुरशीद ने आज कहा कि इस्मत रेज़ि की शिकार 23 साला लड़की की सिंगापुर मुंतक़ली ख़ालिस्तन एक तिब्बी फ़ैसला है और इस मामले में कोई सयासी मुदाख़िलत नहीं की गई। उन्होंने ये भी कहा कि हुकूमत ने सिर्फ़ पासपोर्ट की फ़राहमी, दवाख़ाने में शरीक कराने के अमल और वहां इस ख़ानदान की रिहायश की सहूलत जैसे बुनियादी उमोर में मदद की है।
इस्मत रेज़ि की शिकार लड़की की मुंतक़ली में दिल्ली के चीफ़ मिनिस्टर शीला दीक्षित के कलीदी रोल से मुताल्लिक़ इत्तिलाआत के बारे में एक सवाल पर ख़ुरशीद ने जवाब दिया कि सियासी वजूहात की बुनियाद पर ये मुंतक़ली नहीं की गई बल्कि ये ख़ालिस्तन एक तिब्बी फ़ैसला था जो डाक्टरों की तरफ़ से लिया गया था, चुनांचे तिब्बी मक़ासिद को मल्हूज़ रखते हुए ये मुंतक़ली अमल में आई है। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि डॉक्टरों ने उस लड़की को सिंगापुर भेजने से पहले अमेरिका, ब्रिटेन या जर्मनी रवाना करने की इमकानात का भी जायज़ा लिया होगा।