मुतास्सिरा ख़ातून की ख़ुदकुशी के बाद इस्मत रेज़ि ( बलात्कार) का मुल्ज़िम बरी

हुकूमत दिल्ली के आयुर्वेदिक हॉस्पिटल में काम करने वाली एक बेवा ख़ातून की एक 60 साला डाक्टर ने इस्मत रेज़ि( बलात्कार) की थी लेकिन अदालत ने इस मुआमला ( मामले) को ख़ारिज ( रद्द) कर दिया है क्योंकि इस्मत रेज़ि के वाक़िया ( घटना) के सिर्फ दो रोज़ बाद मुतास्सिरा बेवा ख़ातून ने ख़ुदकुशी कर ली थी ।

एडीशनल सेशन जज वीरेंद्र भट्ट ने डाक्टर नंद किशोर को बरी कर दिया जो फ़िलहाल चौधरी ब्रहम प्रकाश आयुर्वेदिक चिकित्सा संस्थान में बतौर प्रोजेक्ट डायरेक्टर अपनी ख़िदमात अंजाम दे रहे हैं । अदालत ने ये कह कर मुक़द्दमा ख़ारिज(रद्द)कर दिया कि समाअतों (सुनवाई) के दौरान चूँकि मुतास्सिरा ख़ातून अदालत में हाज़िर नहीं हो सकती लिहाज़ा डाक्टर नंद किशोर को बरी किया जाता है ।

वीरेंद्र भट्ट ने कहा कि पुलिस में दर्ज कर्दा शिकायत के मुताबिक़ मुतास्सिरा ख़ातून को एक रोज़ डाक्टर ने अपने कमरे में तलब किया और इसके मरहूम शौहर और दीगर ( दूसरे/अन्य) घर वालों के बारे में पूछा और साथ ही साथ इस के हुस्न की भी तारीफ़ की थी।