मुत्तहदा आंध्र प्रदेश के लिए कांग्रेस से एक और वाई एस आर कांग्रेस के 16 अरकान असेंबली मुस्ताफ़ी

अलहदा रियासत तेलंगाना के हक़ में फैसला करने के लिए कांग्रेस हाईकमान की पेशक़दमी के साथ पार्टी के एक रुक्ने असेंबली और गैर तेलंगाना इलाक़ों से ताल्लुक़ रखने वाले वाई एस आर कांग्रेस के कई अरकान असेंबली ने आज मुत्तहदा आंध्र प्रदेश के हक़ में स्तीफ़ा देदिया।

वाई एस आर कांग्रेस के मुक़न्निना लीडर वाई एस वजए अम्मा की मासिवा तमाम दुसरे 16 अरकान असेंबली ने अपने स्तीफ़े पेश कर दिए।

पार्टी ज़राए ने कहा कि वाई एस आर कांग्रेस पार्टी के कई अरकान आंध्र प्रदेश की तक़सीम के ख़िलाफ़ एहतेजाज करते हुए स्तीफ़े पेश किए।

उन्होंने इल्ज़ाम लाग‌या कि तेलंगाना मसले पर फैसला करते हुए कांग्रेस पार्टी अपनी सयासी मुस्तक़बिल की फ़िक्र कर रही है। कांग्रेस को सब से पहले इस मुआमले पर अपना मौक़िफ़ ज़ाहिर करना चाहीए।

कोई फैसला करने से पहले कल जमाती मीटिंग तलब कर के इस मसले पर मुशावरत करनी चाहीए। इसी दौरान कांग्रेस के रुक्ने असेंबली ज़िला कड़पा के कमला पोरम हलक़ा से नुमाइंदगी करने वाले जी वीर सेवा रेड्डी ने भी अपने ओहदे और पार्टी से स्तीफ़ा देदिया है।

ताहम असेंबली चुनाव के लिए अब सिर्फ़ एक साल से कम वक़फ़ा रह गया है, इस बात की तवक़्क़ो नहीं हैके स्पीकर उनके स्तीफ़ों पर कोई फैसला करेंगे।

तेलंगाना के हक़ में मर्कज़ के किसी इक़दाम की सूरत में राइलसिमा और साहिली आंध्र से ताल्लुक़ रखने वाले अरकान असेंबली पर दबाव‌ डालने के लिए ये स्तीफ़े दीए गए हैं।

आंध्र प्रदेश में स्तीफ़ों की मुसाबक़त कोई नई बात नहीं है। जब से तेलंगाना का मसला 2009 में मर्कज़ी तवज्जा का हामिल बन गया है, स्तीफ़ों की पेशकश का सिलसिला चल पड़ा है।

तेलंगाना मसले को मर्कज़ पर छोड़ने वाली वाई एस आर कांग्रेस पार्टी ने ग्राम पंचायत को पहले मरहले के चुनाव में इलाक़े तेलंगाना में कमज़ोर मुज़ाहरा किया।