मुत्तहदा रियासत में तेलंगाना के मुसलमानों को सब से ज़्यादा नुक़्सान

अलाहिदा रियासत तेलंगाना की तहरीक का मक़सद हक़ तल्फ़ी नाइंसाफ़ीयों का ख़ात्मा और तेलंगाना में समाजी मुसावात को आम करना है बिलख़ुसूस पिछले साठ सालों से इलाक़ा तेलंगाना में आन्रासमई क़ाइदीन और सरमायादारों की साज़िशों के सबब पसमांदगी का शिकार तबक़ात के साथ इंसाफ़ को यक़ीनी बनाना ही तेलंगाना हामी दानिश्वरों का मक्शद है। सदर तेलंगाना गज़ेटेड अफ़ीसर्स एसोसिएशन वो टी जे ए सी को चेयरमैन सिरीनिवास गौड़ ने मुजव्वज़ा तेलंगाना रियासत में समाजी मुसावात के मुताल्लिक़ पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए ये बात कही।

उन्हों ने मज़ीद कहा कि मुत्तहदा रियासत आंध्र प्रदेश के क़ियाम का सब से ज़्यादा नुक़्सान इलाक़ा तेलंगाना के मुसलमानों को हुआ। उन्हों ने मुत्तहदा रियासत आंध्र प्रदेश के क़ियाम से क़ब्ल सरकारी शोबों में मुसलमानों के तनासुब को तीस ता चालीस फ़ीसद क़रार देते हुए कहा कि आन्ध्राई क़ाइदीन और मुलाज़मीन की रियास्ती इंतेज़ामीया में ग़ैर मामूली इजारादारी के सबब सरकारी शोबों में मुसलमानों का तनासुब एक फ़ीसद से भी कम हो गया।

सिरीनिवास गौड़ ने कहा कि अब जबकि तेलंगाना रियासत की तशकील का अमल पाए तकमील को पहुंच रहा है तो इन हालात में मुसलमानों के बाशमोल पसमांदगी का शिकार दीगर तबक़ात के साथ इंसाफ़ को यक़ीनी बनाने का लाएह अमल तैयार किया जाना चाहीए।

गौड़ ने लैंड रिफार्स्प के ज़रीए बेघर मुसलमानों को ज़मीन की इजराई और छोटे सनअतों के क़ियाम में मदद को भी ज़रूरी क़रार दिया। उन्हों ने मुजव्वज़ा रियासत तेलंगाना में मुसलमानों को आबादी के तनासुब से बारह फ़ीसद तहफ़्फुज़ात को लाज़िमी क़रार देते हुए कहा कि सुनहरी तेलंगाना रियासत की तशकील के लिए मुसलमानों के साथ इंसाफ़ ज़रूरी है।