मुत्यम रेड्डी और फ़ारूक़ हुसैन में लफ़्ज़ी झड़प

संगारेड्डी, 01 अप्रेल: रियासती सेक्रेटरी प्रदेश कांग्रेस कमेटी शेख़ अबदुलग़नी ने संगारेड्डी में मीडिया नुमाइंदों से बातचीत करते हुए कांग्रेस रुकन असेम्बली मुत्यम रेड्डी पर तन्क़ीद करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी के टिकट पर कामयाब होते हुए कांग्रेस के सीनियर अक़ल्लियती क़ाइद मुहम्मद फ़ारूक़ हुसैन एम एल सी से ग़ैर ज़रूरी तौर पर तरक़्क़ियाती कमेटी जायज़ा इजलास में नाज़ेबा अलफ़ाज़ अदा किए।

मुत्यम रेड्डी तेलुगू दीशम पार्टी से साल 2009 में कांग्रेस पार्टी में शमूलियत इख़तियार की और हलक़ा असेम्बली दोबाक से कामयाबी हासिल करते हुए रुकन असेम्बली मुंतख़ब हुए। जबकि मुहम्मद फ़ारूक़ हुसैन गुज़िश्ता 35 साल से सरगर्म-ओ-मुतहर्रिक कांग्रेस वर्कर की हैसियत से अपने फ़राइज़ अंजाम दे रहे हैं और दोबाक हलक़ा असेम्बली में मुहम्मद फ़ारूक़ हुसैन के चाहने वालों की कसीर तादाद मौजूद है।

एक मर्तबा साल 1995 में कांग्रेस पार्टी से फ़ारूक़ हुसैन ने मुक़ाबला भी किया। फ़ारूक़ हुसैन को सदर नशीन अक़ल्लियती मालियाती कारपोरेशन के ओहदे पर साबिक़ में नामज़द किया गया था और अब वो एम एल सी के ओहदे पर गवर्नर कोटा में नामज़द होते हुए कारगुज़ार हैं। एम एल सी की हैसियत से वो ज़िला मेदक में कहीं भी अपने फ़ंड से फ़लाही-ओ-तरक़्क़ियाती काम अंजाम दे सकते हैं।

हलक़ा असेम्बली दोबाक में लाख रुपये के तरक़्क़ियाती काम अंजाम देने पर मतीम रेड्डी की नाराज़गी बेमानी है। उन्हें ये जान लेना चाहिए कि फ़ारूक़ हुसैन कांग्रेस के सीनियर क़ाइद हैं और अक़ल्लियतों में हरदिल अज़ीज़ हैं, इन का एहतिराम हर कोई करता है। शेख़ अबदुलग़नी ने कहा कि मतीम रेड्डी रुकन असेम्बली दोबाक ग़ैर ज़रूरी तौर पर हर इजलास में ग़ैर ज़रूरी तन्क़ीदें करते हैं।

उन्होंने मुत्यम रेड्डी से कहा कि वो दुबारा फ़ारूक़ हुसैन से ना उलझें। कांग्रेस पार्टी क़ाइदीन ने भी इस ख़ुसूस में सख़्त नोट लिया है और दोनों के दरमियान लफ़्ज़ी झड़प-ओ-बेहस-ओ-तकरार पर इज़हार-ए-अफ़सोस किया।