औरंगाबाद 9 जून : शहर औरंगाबाद में वाकेय बे हद फआल व सरगर्म दिनी आदरा मदरसा अलसफ़ा सैयदना मूसाईयब बिन अमीर के जेरे एहतेमाम मौरखा 6, 7 जून बामुकाम मैदान मुहल्ला नवाडीहा में मुखतलिफ़ स्कूलों व मदरसों के तलबा व तालिबात का इस्लामी क्विज, व हिफ़्ज़ कुरान व हिफ़्ज़ हदीस का दो रोज़ा इनामी जेरे सरपरस्ती सैयदना तक़ कादरी मुनक्कीद हुआ। जिसमें पोजीशन हासिल करने वाले तलबा व तालिबात को इनमात से नवाजा गया। तज़किरह जाती पोरोग्राम में बाहैसियत हाकिम मौलाना सैयद शोएब अलहूसनी नदवी (लखनव) और मौलाना सैयद तल्हा (बिहारशरीफ़) थे। मौरखा 7 जून को इजलास आम का आगाज फख्र अल कारी एकराम अज़ीम और शायर नेसार दनिश की नात पाक से हुआ जिसके बाद लखनव से हज़रत मौलाना डॉक्टर तकिउद्दीन नदवी फिरदौसी मदनी ख़ानक़ाह मुनेर शरीफ ने तासीरात पेश फरमाए। सदर मोहतरमा हज़रत मौलाना सैयद बेलाल अब्दुल हाई अलहुसैनी नदवी, डोकटरेट मरकज़ अल इमाम अबुल हसन रिसर्च सेंटर तकिया कला राय बरेली यूपी, जेनरल सेक्रेटरी आल इंडिया पयाम इंसानियत फोरम व रुक्न शोरी दारुल उलूम नदवा अल ओलमाए, लखनव ने मदरसे की अहमियत व अफादीयत पर रोशनी डाली। मजकुरह प्रोग्राम की निजामत मुश्तरका तौर पर मौलाना कौसर अफाक नदवी और हाफिज़ फैजान रहमान ने की। प्रोग्राम का कामियाब बनाने में मदरसा हेज़ा के नजीमे आला मौलाना फ़ाहिमुद्दीन नदवी, मौलाना इमरान, कारी नदीमुल हक़ व दीगर पेश पेश रहे।