पिछले काफी वक़्त से लगातार सुर्ख़ियों में चल रहे मुस्लिम उपदेशक डॉ. जाकिर नाईक के बारे में मुम्बई पुलिस की स्पेशल ब्रांच ने दावा किया है कि डॉ. नाईक और उनकी इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन ने पैसे देकर गैरकानूनी तरीके से 800 लोगों का धर्म परिवर्तन करवाया है जिसके लिए हर एक को 50000 रूपये दिए जाते थे।
सूत्रों का कहना है कि धर्म परिवर्तन के लिए लोगों को दिए जाने वाला पैसा विदेशों से फंड के रूप में इकट्ठा किया जाता था। आपको बता दें कि केरल में हुए एक धर्मांतरण के मामले में अरशिद और रिजवान की गिरफ्तारी हुई और पूछताछ में पता चला कि दोनों पहले लोगों को मानसिक तौर पर तैयार करते थे और इसके बाद उनका धर्मांतरण करवाते थे। बताया जा रहा है कि रिजवान मझगांव स्थित संस्था अल-बिर्र फाउंडेशन के लिए भी काम करता है। वहां धर्मांतरण और उसके बाद निकाह की गतिविधियों को आखिरी अंजाम दिया जाता है। इसके बाद अरशिद के डोंगरी स्थित ऑफिस में सभी डॉक्यूमेंट को तैयार किए जाते थे।