मुरथल में सड़क पर पाए गये महिलाओं के कपडे बयाँ कर रहे हैं रेप की सच्चाई

हिसार: imageहरियाणा सरकार और राज्य पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में इस बात से इंकार किया है कि मुरथल में प्रसिद्ध सुखदेव ढाबा के पास कोई भी सामूहिक बलात्कार की घटना नहीं घटी है लेकिन एक आदमी ने दावा किया है कि उसकी बहन, पत्नी और बेटी के साथ सोनीपत जिले के मुरथल के पास सामूहिक बलात्कार किया गया है |

इस घटना की सच्चाई को जानने के लिए न सिर्फ ABP न्यूज़ बल्कि इंडिया टुडे की टीम भी उस घटनास्थल पर पहुंची थी जहाँ जाट आंदोलन के दौरान सामूहिक बलात्कार की इस घटना को अंजाम दिया गया |

जब ABP न्यूज़ की टीम मुरथल पहुंची सड़क पर और प्रसिद्ध सुखदेव ढाबा के पास मिले महिलाओं के अंडरगारमेंट्स को देखकर पता चला कि इस भयावह घटना को सच में अंजाम दिया गया है |

द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक़ सोमवार 22 फरवरी को सुबह मुरथल के पास राष्ट्रिय राजमार्ग पर कुछ यात्रियों की कारों को रोका गया जिसके बाद कार में बैठी महिलाओं को बाहर खींच कर खेतों में ले जाकर उनके साथ बलात्कार किया गया हालांकि पुलिस ने इस घटना को अफवाह कह कर जब पीड़ितों ने खारिज कर दिया,जब , पीड़ितों और उनके परिवारों कथित तौर पर जिले के अधिकारियों से इस बारे में शिकायत दर्ज करने को कहा तो उन्होंने “सम्मान की खातिर” चुप रह जाने के लिए कहा जबकि प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कम से कम 10 महिलाओं का यौन शोषण किया गया था |

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इलाक़े में महिलाओं के वस्त्र मिलने के बावुजूद भी पुलिस इस घटना से इनकार कर रही है |

जाट आरक्षण आन्दोलन के दौरान ग़ैरजाटों को निशाना बनाया गया ,दुकानों में आग लगा दी गयी और 34,000 करोड़ रुपये की सम्पत्ति को नुकसान पहुँचाया गया |