लखनऊ 20 मई: शाही इमाम जामा मस्जिद दिल्ली मौलाना अहमद बुख़ारी ने समाजवादी पार्टी सरबराह मुलाइम सिंह यादव और चीफ़ मिनिस्टर अखिलेश यादव से मुलाक़ात की और ये इस्तिफ़सार किया कि राज्य सभा और क़ानूनसाज़ कौंसिल के चुनाव में पार्टी की फ़हरिस्त में एक भी मुस्लिम उम्मीदवार को शामिल क्युं नहीं किया गया।
बादअज़ां इमाम बुख़ारी ने कहा कि मुसलमानों को नजरअंदाज़ कर देने पर उन्होंने नाराज़गी का इज़हार किया लेकिन पार्टी सरबराह ने इस ख़सूस में कोई यकीन नहीं दिया। समाजवादी पार्टी ने हाल ही में राज्य सभा के लिए अपने उम्मीदवारों का एलान किया है जिसमें अमर सिंह और बीनी प्रसाद वर्मा शामिल हैं लेकिन मुस्लिम लीडरों को यकसर नज़रअंदाज कर दिया गया।
अमर सिंह को उम्मीदवार बनाए जाने पर एतराज़ करते हुए शाही इमाम ने कहा कि एक एसे शख़्स को दुबारा नामज़द किया गया है जिसे कोई पसंद नहीं करता। इस मुलाक़ात के दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी लीडरों को चुनाव वादों की याददहानी करवाई है जिसमें मुसलमानों के लिए रिजर्वेशन, दहश्तगर्दी के इल्ज़ाम में महरूस मुस्लिम नौजवानों के मुक़द्दमात की आजलाना यकसूई, मुस्लिम इलाक़ों में उर्दू मीडियम स्कूलों का क़ियाम, पुलिस फ़ोर्स में मुसलमानों के तक़र्रुत शामिल हैं।
उन्होंने आज़म गढ़ में पेश आए फ़िर्कावाराना तशद्दुद का मसला भी उठाया और कहा कि सरकारी इंतेज़ामीया बरवक़्त कार्रवाई करता तो ये तसादुम टाला जा था।