लखनऊ। समाजवादी पार्टी में जारी दंगल के बीच आज सूबे के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपने पिता मुलायम सिंह यादव से उनके आवास पर मिले। इस मुलाकात के दौरान कोई तीसरा महत्वपूर्ण राजनीतिक शख्स नहीं था। इस मुलाकात के बाद अखिलेश ने एलान किया कि वे जल्द चुनावी आगाज करेंगे और प्रचार अभियान की शुरुआत कर देंगे। दोनों के बीच कई मुद्दों पर सहमति बनने की सूचनाओं के बावजूद अध्यक्ष पद पर सहमति नहीं बन पायी है।
अखिलेश यादव चुनाव तक इस पद पर बने रहना चाहते हैं ताकि फैसला लेने में उन्हें परेशानी नहीं हो, वहीं मुलायम उन्हें यह पद छोड़ टिकट बांटने का अधिकार देने को राजी हो गये हैं। मुख्यमंत्री के रूप में उनके नाम का एलान कल रात ही उन्होंने कर दिया था। इधर, दोनों पक्षों में अंतिम रूप से एक राय नहीं बनने के बीच खबर है कि चुनाव आयोग 13 जनवरी या उसके बाद चुनाव चिह्न पर फैसला सुना सकता है।
न्यूज एजेंसी पीटीआइ ने खबर दी है कि 13 जनवरी की तारीख आयोग ने चुनाह चिह्न पर दावेदारी मामले की सुनवाई के लिए तय की है। मालूम हो कि अखिलेश व मुलायम दोनों खेमे ने अदालत में हलफनामा देकर साइकिल’ चुनाव चिह्न पर अपना अधिकार जताया है।
अखिलेश आज अपनी दोनों बेटियों के साथ मुलायम के घर पहुंचे थे। बैठक के बाद अखिलेश ने कहा कि मैं जल्द ही प्रचार और सभाओं का कार्यक्रम जारी करूंगा। कार्यक्रम के मुताबिक प्रचार-सभाएं मैं करूंगा। वहीं, शिवपाल यादव ने दिल्ली से लखनऊ रवाना होने के पहले मुलाकात पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मुझे नेताजी मुलायम सिंह यादव और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की मुलाकात की कोई जानकारी नहीं है।
उत्तर प्रदेश के ‘समाजवादी परिवार’ में जारी दंगल में कल दिखी ‘मुलायमियत’ के बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग में अपने मुकाबिल खड़े अपने पिता सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव से मुलाकात करके आपसी सुलह-समझौते के संकेत दिये थे।