मुलायम का मंदिर बनाने के लिए आजम खान के खिलाफ फतवा

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पार्लिमानी और शहरी तरक्कियाती के वज़ीर आजम खान समाजवादी पार्टी के सदर मुलायम सिंह यादव के नाम मंदिर बनाने की तजवीज के बाद एक बार फिर मुतनाज़ो में आ गए जब बरेलवी मुसलमानों की इदारा इस्लाम ने उनके खिलाफ फतवा जारी कर इसे गैर इस्लामिक करार दिया। फतवे में लोगों से खान का सामाज़ से बायकाट करने की भी अपील की गई है हालांकि यह फतवा किसी खुसूसी शख्स के खिलाफ नहीं है।

फतवे में कहा गया है कि जब तक मंदिर बनाने की बात करने वाला माफी नहीं मांगे तब तब तक उसका सामाज़ी बायकाट किया जाना चाहिए। फतवे में साफ कहा गया है कि यह किसी खुसूसी या खास शख्स के खिलाफ नहीं बल्कि हालात के खिलाफ है।

काबिल ए ज़िक्र है कि आजम खां ने पार्टी सदर मुलायम सिंह यादव के नाम पर मंदिर बनाने का तजवीज़ रखा था। खान का कहना था कि पीएम नरेन्द्र मोदी के नाम पर गुजरात और दिगर मुल्क के दूसरे हिस्सों में कई मंदिर बने हैं।

तजवीज़ के मुताबिक यादव का सियासत और रियासत की तरक्की में बहुत बडा हाथ है।

फतवे के मुताबिक कोई मुसलमान अगर मंदिर बनाने की पेशकश करता है तो वह गुनाह का भागी होता है और जब तक वह माफी नहीं मांगे उसका बायकाट किया जाना चाहिए।

मंदिर की तामीर की पेशकश इस्लाम के मुताबिक सही नहीं है और करने वाले को तक तब माफ नहीं किया जाना चाहिए जब तक वह अपनी इस हरकत के लिए माफी नहीं मांगे। आजम खान के खिलाफ यह फतवा तब सामने आया जब रामपुर के कांग्रेस लीडर फैजल खान लाला ने सपा लीडर और वज़ीर आजम खान के मंदिर बनाने की तजवीज़ पर हजरत आला के दरगाह पर इस मामले में राय मांगी थी।

आजम खान का कहना था कि वह मंदिर बनाने के मामले में यादव से राय मांगेंगे और गर उनकी इज़ाज़त मिल गई तो वह मंदिर बनाने की कोशिश शुरू करेंगे। इस बीच फै जल खान ने रियासत के वज़ीर और सपा लीडर आजम खान से अपनी जान पर खतरा बताया है और गवर्नर को खत लिखकर सेक्युरिटी की मांग की है।