मुलायम वज़ीर ए आज़म, राहुल नाइब वज़ीर ए आज़म… अखिलेश फार्मूला

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उत्तर प्रदेश के वज़ीर ए आला अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पार्टी में अलायन्स मुमकिन है और ये अच्छा होगा अगर मुलायम सिंह वज़ीर ए आज़म बनें और राहुल गाँधी उनके नाइब वज़ीर ए आज़म. हालांकि कांग्रेस ने इसे सिरे से ख़ारिज करते हुए कहा कि फ़िलहाल ऐसा कोई इरादा नहीं है.

अखिलेश ने ये बयान हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट में दिया, उन्होंने जब ये कहा तो कांग्रेस के नाइब सदर राहुल गाँधी भी मौजूद थे, इस बात पर राहुल मुस्कुराए, हालांकि उन्होंने कोई भी राय देने से इनकार कर दिया .

उत्तर प्रदेश के वज़ीर ए आला ने यहाँ एक सवाल के जवाब में कहा कि वो गाँधी ख़ानदान से अच्छे ज़ाती तालुक़ रखते हैं और सियासी तौर पर भी इसे आगे देखना चाहते हैं.

“ये आप मुझसे पूछ रहे हैं क्यूंकि मै एक समाजवादी हूँ और आप ये भी कहते हैं कि मेरे वालिद मुझे डांटते भी हैं. मै भी चाहता हूँ कि नेताजी का ख्व़ाब पूरा हो और मै उनके लिए काम करता हूँ. वो वज़ीर ए आज़म बनें और वो (राहुल गाँधी की तरफ़ इशारा करते हुए) नाइब सदर. मै इसके लिए तय्यार हूँ और अभी अलायन्स कर लूंगा.” अखिलेश ने मुस्कुराते हुए कहा.

“अभी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से समाजवादी पार्टी का कोई समझौता नहीं है तो इस तरह के सवाल का कोई मतलब नहीं” पार्टी की तर्जुमान सुष्मिता देव ने सहाफ़ियों के उस सवाल का जवाब देते हुए कहा जिसमें उन्होंने कांग्रेस के साथ समझौते की शर्त मुलायम को वज़ीर ए आज़म और राहुल को नाइब वज़ीर ए आज़म बनाने के लिए कहा था.

अखिलेश ने ग्रैंड अलायन्स की तर्ज़ पर सूबे में बसपा के साथ अलायन्स के सवाल को सिरे से ही ख़ारिज कर दिया और कहा कि उ”नकी(मायावती) की पसंद पत्थर के हाथी हैं , तो ये कैसे मुमकिन है ? मैने पहले ही आपको अपने फोर्मुले के बारे में बता दिया है”

इसके पहले उन्होंने कहा था कि इस वक़्त अलायन्स की बात करने का कोई मतलब नहीं, बेहतर है कि हम अभी इसकी चर्चा न करें
हिन्दुस्तान के सबसे ज़बसे ज़्यादा आबादी के सूबे उत्तर प्रदेश के वज़ीर ए आला कि बीजेपी के साथ किसी तरह का कोई भी समझौता मुमकिन नहीं है क्यूंकि बीजेपी का काम लोगों को बांटना और गाली देना है.