मुलायम सिंह ने अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव को 6 साल के लिये पार्टी से निकाला

टिकट बंटवारे को लेकर  मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के  तकरार के बीच शुक्रवार की शाम को मुलायम सिंह यादव ने एक प्रेंस कॉन्फ्रेंस कर बड़ा एलान किया। मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव को 6 साल के लिये पार्टी से निकाल दिया है। रामगोपाल यादव फिलहाल पार्टी के महासचिव है। मुलायम सिंह  ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष होने के नाते तत्काल प्रभाव से सभी पदों से निष्कासित कर दिया है। हाल ही में उम्मीदवारों की नई सूची जारी करने पर नाराज मुलायम ने  शुक्रवार को अखिलेश यादव को कारण बताओं नोटिस जारी किया था।

मुलायम सिंह यादव ने अपने चचेरे भाई को रामगोपाल यादव पर आरोप लगाया कि वो पार्टी को खोखला करने का काम कर रहे हैं। प्रोफेसर रामगोपाल यादव जानबुझकर पार्टी में ऐसी हालात पैदा कर रहे हैं जिसमें चुनाव के वक्त  पार्टी में आतंरिक कलह पैदा हो।

वहीं अखिलेश यादव से नाराजगी जताते हुए उन्होंने कहा कि 2012 में मैने ही सीएम बनाया था। भारतीय सियासत के इतिहास में कभी ऐसा नहीं हुआ है एक पिता अपनी पुत्र को आगे कर सीएम बनाये।

मुलायम सिंह ने कहा रामगोपाल यादव अखिलेश यादव को गुटबाजी कर रहे हैं लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री की इतनी भी समझ नहीं है कि वो रामगोपाल यादव की चाल समझ पायें। रामगोपाल यादव ने अखिलेश की भविष्य को भी खतरे में डाल दिया है।

ऐसे में सवाल ये उठ रहा है समाजवादी पार्टी की तरफ प्रदेश का मुख्यमंत्री  कौन होगा क्योंकि पार्टी से उन्हें निकाल दिया गया। संविधान विशेषज्ञ सुभाष कश्यप के मुताबिक अगर अखिलेश विधान सभा में बहुमत साबित कर पाये तभी वो यूपी के सीएम बने रह सकते हैं। बताया जा रहा है कि 170 विधायकों का सर्मथन अखिलेश यादव को हैं।