मुलाक़ात का एहतेमाम, सिफ़ारत ख़ाना बराए पाकिस्तान से राहुल गांधी की वज़ाहत तलबी

सहाफ़ी वेदप्रताप वैदिक को आर एस एस का आदमी क़रार देते हुए राहुल गांधी ने आज सवाल किया कि क्या हिन्दुस्तानी सिफ़ारत ख़ाना बराए पाकिस्तान ने उनकी मुंबई पर दहशतगर्द हमले के कलीदी साज़िशी हाफ़िज़ सईद से मुलाक़ात का इंतेज़ाम किया था। राहुल गांधी ने कहा कि सवाल ये है कि हिन्दुस्तानी सिफ़ारत ख़ाना ने उस शख़्स की मुलाक़ात का एहतेमाम किया था या नहीं।

हम सिर्फ़ इस बात का जवाब हासिल करने से दिलचस्पी रखते हैं। नायब सदर कांग्रेस ने एक प्रेस कान्फ्रेंस से ख़िताब करते हुए कहा कि अगर उन्हों ने उस शख़्स की किसी भी तरह की मदद की हो, तो हमें उसकी जुस्तजू रहना फ़ित्री है। वैदिक की मुलाक़ात के बाद जो योगा गुरु के क़रीबी साथी हैं, ये तनाज़ा खड़ा हुआ है।

वैदिक ने जमातुल-दावत के सरबराह से मुलाक़ात की थी जो लश्कर‍-ए‍-तैबा की सरपरस्त जमात है। राहुल गांधी ने कहा कि अगर वो आर एस एस के आदमी हैं जो मारूफ़ हक़ीक़त है तो हिन्दुस्तानी सिफ़ारत ख़ाना ने उनकी मुलाक़ात का एहतेमाम कैसे किया था। उन्होंने वज़ीर-ए-आज़म और हुकूमत को ज़िम्मेदार क़रार देते हुए हुकूमत से इस मसले पर अपने बेक़सूर होने का सबूत देने का मुतालिबा किया।