मुल्क की तरक़्क़ी के लिए खेलों की होसलाफ्जाई करें – लोक आयुक्त

हैदराबाद 01मई: तालीम के साथ साथ खेल कूद को भी अहम् मज़ामीन के तौर पर शामिल किया जाना चाहीए ताके खेल कूद के मुताल्लिक़ नौजवानों में दिलचस्पी पैदा हो सके।

जस्टिस सुभाषन रेड्डी लोक आयुक्त आंध्र प्रदेश ने आज 22 वीं युद्धवीर फ़ांनडेशन एवार्ड तक़रीब से ख़िताब के दौरान ये बात कही। युद्धवीर फ़ांनडेशन की तरफ से 22वां युद्धवीर मैमोरियल एवार्ड पद्मश्री साइना नहीवाल को स्पोर्टस में नुमायां कारकर्दगी पर दिया गया।

के एल एन प्रसाद आडीटोरीयम फैप्सी में तक़रीब की सदारत नरेन्द्र लूथर ने की। इस मौके पर जनाब ज़ाहिद अली ख़ां एडीटर सियासत भी मौजूद थे। जस्टिस सुभाषन रेड्डी ने कहा कि मआशी तरक्क़ी के लिए मज़बूती के लिए खेलों की तरक़्क़ी भी बेइंतिहा ज़रूरी है चूँकि खेल कूद में नुमायां कारकर्दगी का मुज़ाहरा करने वाले कई कंपनीयों के ब्रांड अम्बेसडर बनते हैं जिन्हें ना सिर्फ़ बैन-उल-अक़वामी सतह पर शौहरत हासिल होती है बल्के उनकी तरफ से मुल्क की मईशत(अर्थ व्यवस्था) भी मज़बूत होती है।

उन्होंने खेल कूद को लाज़िमी निसाब में शामिल किए जाने की ज़रूरत पर ज़ोर देते हुए कहा कि जब मुल्क में अच्छे खिलाड़ी बनने लगेंगे तो इस के बैन-उल-अक़वामी फायदे भी मंज़रे आम पर आयेंगे।

जस्टिस सुभाषन रेड्डी जो एवार्ड तक़रीब में मुल्क की तरक़्क़ी में खेलों की एहमीयत पर लेकचर दे रहे थे, ने खिलाड़ियों को बैन-उल-अक़वामी यकजहती के सफ़ीर क़रार दिया।

उन्होंने हिन्दूस्तान में खेल कूद में तरक़्क़ी के मोक़े कम होने पर अफ़सोस का इज़हार करते हुए कहा कि आबादी के हीसाब से ओलम्पिकस के जुमला 17281 तमगों में कम अज़ कम हिन्दुस्तान को 665 मिडल्स हासिल होने चाहीए, लेकिन फ़िलहाल हिन्दुस्तान को सिर्फ़ 26 मिडल्स हासिल हुए हैं।

जस्टिस सुभाषन रेड्डी ने तालीम के हक के कानून की तर्ज़ पर खेलके हक के क़ानून या फिर क़ानून हक़ तालीम को खेलों तक वुसअत (विस्तार) देने की वकालत करते हुए कहा कि इस तरह के इक़दामात के ज़रिये ही हिन्दुस्तान में खेलों को फ़रोग़ दिया जा सकता है।

उन्होंने खेल कूद को भी दीगर साईंसी मज़ामीन की तरह एक साईंस तसव्वुर करने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया। उन्होंने बानी हिन्दी-ओ-उर्दू मिलाप युद्धवीर जी और उन की अहलिया सीता युद्धवीर को ख़िराज-ए-अक़ीदत पेश किया अलावा अज़ीं साइना नेहवाल की सताइश की।

इब्तिदा में युद्धवीर फ़ांनडेशन-ओ-हिन्दी मिलाप की जानिब से होली के मौक़े पर मुनाक़िदा मुक़ाबले जीतने वालों को साइना नेहवाल के हाथों इनामात की तक़सीम अमल में आई। साइना नेहवाल ने इस मौक़े पर अपने मुख़्तसर ख़िताब के दौरान कहा कि हिंदूस्तानी अवाम की मुहब्बत और दुआएं उन्हें हौसला फ़राहम करती हैं और वो खेल के मैदान में मुलक की तरक़्क़ी के लिए मज़ीद बेहतर मुज़ाहिरे की कोशिश में मसरूफ़ हैं। साइना नेहवाल ने युद्धवीर ऐवार्ड के हुसूल पर रद्द-ए-अमल ज़ाहिर करते हुए कहा कि युद्धवीर फ़ांनडेशन के अब तक के ऐवार्ड हासिल करने वालों में बहुत बड़े नाम शामिल हैं इन में अपना नाम देखते हुए उन्हें बेहद ख़ुशी हो रही है। उन्होंने इस ऐवार्ड को अपने हौसलों में इज़ाफ़ा का बाइस क़रार दिया।

प्रोग्राम के दौरान मारूफ़ दक्कनी शायर जनाब नरेंद्र राय ने तहनीती नज़म पेश की। जनाब नरेंद्र लूथर ने तक़रीब के आग़ाज़ से पहले मेहमानों-ओ-शुरका का ख़ौरमक़दम किया। तक़रीब के इख़तताम पर मारूफ़ गुलूकार ख़ान अतहर ने क़ौमी तराना पेश किया।