मुल्क के अक़लियतों को डर दिखा रहे मुखालिफीन : मोदी

साबिक़ नायब वजीरे आला और भाजपा के सीनियर लीडर सुशील कुमार मोदी ने मंगल को लालगंज के कॉमर्स कालेज के मैदान में एक इंतिखाबी सभा को खिताब करते हुए कहा कि मुखालिफ पार्टियों के लीडर बेवजह अक़लियतों के दरमियान भाजपा का डर दिखाकर उनका वोट बटोरना चाहते हैं लेकिन वोटरो की बेदारी की वजह ऐसा हो पाना मुमकिन नही है। उन्होंने कहा कि पूरे मुल्क में ऐसी मोदी लहर चल रही है कि उनके हिमायत में 28 पार्टियां खड़ी हो चुकी हैं।

मुल्क को एक मजबूत वजीरे आजम की जरूरत है, न कि रिमोट पर चलने वाले कमजोर वजीरे आजम की। मोदी लोजपा सरबराह और हाजीपुर लोकसभा इलाक़े के उम्मीदवार रामविलास पासवान के हक़ में मुनक्कीद इंतिखबाई इजलास में बोल रहे थे। मोदी ने वाजपेयी हुकूमत के छह सालों के इक्तिदार की काम्याबियों की बहस की। उन्होंने कहा कि बिहार में जब तक हुकूमत में भाजपा शामिल थी तब तक गुड गोवेर्नेंस का दौर बना रहा और भाजपा के हटते ही बदउनवानी व्याप्त हो गयी।

मंच पर मौजूद भाजपा के सीनियर लीडर और राज्यसभा एमपी रवशिंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस व राजद के लीडर मुल्क में फिरका परस्ती को वेबजह मुद्दा बनाना चाह रहे हैं लेकिन मुल्क वासियों के सामने असल मुद्दा महंगाई, बदउनवानी, बेरोजगारी और मुल्क की सरहदों की हिफाजत है। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद ने भाजपा के वजीरे आजम ओहदे के लिए ऐलान उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी को कसाई कहकर अपनी ओछी सियासत को उजागर कर दिया है। अब आवाम बेदार हो चुकी है और इस तरह की अलफाज का इस्तेमाल करने वाले लीडरों की असलियत जान चुकी है।

उन्होंने कहा कि मुल्क को इक़्तेसादी व सामाजिक तौर से बनाने के लिए महंगाई, बदउनवानी और बेरोजगारी से आज़ाद करना होगा। इजलास को लोजपा के झारखंड रियासत सदर बबन गुप्ता, भाजपा के जिला सदर संजय कुमार सिंह, विनोद पंजियार वगैरह ने भी खिताब किया।