बिहार के जेएनयू स्टूडेंट यूनियन कन्हैया, मुल्क से गद्दारी मामले में गिरफ्तार

पटना/नयी दिल्ली : जेएनयू स्टूडेंट यूनियन सदर कन्हैया कुमार को मुल्क के गद्दार के एक मामले में जुमा को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें एक मुकामी अदालत ने तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। पुलिस ने अदालत में प्रोग्राम को लेकर एक सीडी भी पेश की, जिसे अदालत ने लैपटॉप पर देखा।

कन्हैया कुमार बेगूसराय जिले के बिहट के मसनदपुर टोले का रहनेवाले हैं। वह भाकपा माले से जुड़े हैं। उनके दो भाई और एक बहन हैं। मां का नाम मीना देवी और वालिद का नाम जयशंकर सिंह हैं। बड़े भाई प्राइवेट नौकरी करते हैं, जबिक छोटा भाई पीजी की पढ़ाई पूरी कर एमफिल कर रहा है। कन्हैया जेएनयू से पीएचडी कर रहे हैं।

इधर कन्हैया ने पूरे मामले को सियासत बताते हुए कहा कि कानून में पूरी तरह यकीन है। कन्हैया पर इलज़ाम है कि उन्होंने पार्लियामेंट पर दहशतगर्द हमले के मुजरिम अफजल गुरु को फांसी के खिलाफ एक प्रोग्राम यूनिवर्सिटी इंतेजामिया की मनाही के बाद भी अहाते में मुनाक्किद किया। उनकी गिरफ्तारी भाजपा एमपी महेश गिरि और एबीवीपी मेम्बरों की शिकायतों के बाद मुल्क के गद्दार व मुजरिमाना साजिश का मामला दर्ज होने के एक दिन बाद की गयी है। इधर, गिरफ्तारी को लेकर स्टूडेंट्स मुश्तैल हैं। गैर भाजपा पार्टियों ने इसकी तनक़ीद करते हुए इसे ‘इमरजेंसी जैसी’ सूरते हाल करार दिया, तो भाजपा ने सख्त कार्रवाई की वकालत की। इस दरमियान भाकपा सेक्रेटरी डी राजा ने अहाते का दौरा करके चांसलर व रजिस्ट्रार से मुलाकात की। तालिबे इल्म की मुफाद की तहफ्फुज़ात की मांग की।