नई दिल्ली: हुकूमत ने 2016 को एलपीजी सारिफ़ीन का साल क़रार देते हुए मुल्क के तमाम घरों को 2018 के इख़तेताम तक माहौलियाती आलूदगी से पाक-ओ-साफ़ पकवान गैस फ़राहम करने के मन्सूबों का ऐलान किया है। एलपीजी सारिफ़ीन को बिल्ज़ की ऑनलाइन अदायगी की सहूलत और ऐसे शफ़्फ़ाफ़ गैस सलिंडरस फ़राहम करने का वादा किया है जिन (सिलेंडरों) में मौजूद गैस बाहर से ब-आसानी नज़र आसकती है।
वज़ीर तेल धर्मेन्द्र प्रधान ने आज यहां मुल्क भर के पकवान गैस सारिफ़ीन के लिए एमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर 1906 की इफ़्तेताही तक़रीब से ख़िताब कर रहे थे। गैस के इख़राज की सूरत में गैस सारिफ़ीन इस नंबर पर रब्त पैदा करते हुए मदद हासिल कर सकते हैं। प्रधान ने तेल कंपनियों के ज़िम्मेदारों पर-ज़ोर दिया कि वो 1906 को टाल फ़्री नंबर बनाएँ लेकिन फ़िलहाल किसी काल की आम शरह का इतलाक़ होगा।
इन्होंने कहा कि मुल्क में एलपीजी के फ़िलहाल 27 करोड़ सारिफ़ीन हैं जिनमें 16.5 करोड़ सरगर्म सारिफ़ीन हैं। तेल कंपनियां 60 फ़ीसद आबादी का अहाता कर रही हैं।