मुल्क के मुस्तक़बिल को बदल देने के वादों का क्या हुआ?

सोनिया गांधी ने नरेंद्र मोदी को शदीद तन्क़ीदों का निशाना बनाते हुए उन पर इल्ज़ाम आइद किया कि वो ऐसा तास्सुर देने की कोशिश कररहे थे इक़्तेदार पर आते ही उन की हुकूमत तमाम काम बहसन-ओ-ख़ूबी अंजाम देगी। उन्होंने वज़ीर-ए-आज़म से इस्तिफ़सार किया कि बैरूनी ममालिक में जमा काला धन वापिस लाने के वाअदे का क्या हुआ।

सोनिया गांधी ने कहा कि एक ऐसा माहौल पैदा किया गया कि आज़ादी के बाद से अब तक मुल्क में कुछ हुआ ही नहीं और रातों रात हर शए का मुस्तक़बिल बदल दिया जाएगा। उन्होंने पूछा कि लोक सभा इंतेख़ाबात में जो वादे किए गए थे उन्हें पूरा करने के लिए हुकूमत ने आख़िर क्या इक़दामात किए हैं।

क्या इफ़रात‍-ए‍-ज़ेर की शरह कम होगई? क्या ग़रीब आदमी को सस्ते दामों खाना मिल रहा है? क्या बेरोज़गारों को रोज़गार मिल गया है? सोनिया गांधी ने यहां एक इंतेख़ाबी रैली से ख़िताब के दौरान नरेंद्र मोदी को शदीद तन्क़ीदों का निशाना बनाया। उन्होंने कहा कि इक़्तेदार में आते ही अंदरून एक सौ दिन बैरून-ए-मुल्क जमा काला धन वापिस लाने का वादा किया गया था, आख़िर ये वादा क्यों फ़रामोश कर दिया गया।

क्या इस ज़िमन में कोई इक़दामात किए गए हैं? सोनिया गांधी ने जवाब दिया कि हक़ीक़त में ऐसा कुछ नहीं किया गया। उन्होंने रैली से ऐसे वक़्त ख़िताब किया जबकि नरेंद्र मोदी ने भी एक और रैली से ख़िताब के दौरान कांग्रेस को हरियाणा से बेदखल करने पर ज़ोर दिया था। मोदी ने कांग्रेस की मुख़ालिफ़ किसान पालिसीयों और अराज़ी अस्क़ामस का ज़िक्र करते हुए राय दहिंदों से ख़ाहिश की थी कि वो कांग्रेस को बेदखल करें।

सोनिया गांधी ने मोदी पर जवाबी वार करते हुए कहा कि ख़ाली बर्तन ज़्यादा आवाज़ करता है। ज़्यादा चीख़-ओ-पुकार करने का ये मतलब नहीं कि वो सच कह रहे हैं। सोनिया गांधी ने कहा कि किसी मुल्क की तामीर एक ही दिन में नहीं होती। किसी मुल्क की तरक़्क़ी के लिए सख़्त मेहनत और जाँफ़िशानी के कई साल लग जाते हैं।

इस के लिए सच्चे इरादे और क़ुर्बानीयों का जज़बा होना ज़रूरी होता है। लेकिन आज की बी जे पी ये तास्सुर देने की कोशिश कररही है कि उन के इक़्तेदार पर आने के बाद ही ये सब कुछ होरहा है। हर चीज़ पहली बार ही होरही है। सोनिया गांधी ने आज हरियाणा में 15 अक्टूबर को मुनाक़िद शुदणी इंतेख़ाबात के सिलसिले में कांग्रेस की मुहिम का आग़ाज़ किया।

यहां इस का मुक़ाबला बी जे पी और आई एन एल डी से है। सोनिया गांधी ने तरक़्क़ी की बुनियाद पर कांग्रेस को वोट देने की अपील की। उन्हों ने बी जे पी पर पेशरू यू पी ए हुकूमत की वज़ा करदा पालिसीयों का सहरा अपने सर बांधने का इल्ज़ाम आइद किया। उन्होंने अवाम से ख़ाहिश की कि वो जज़बात और झूटे वादों का शिकार ना हो और दानिशमंदी का मुज़ाहरा करते हुए कांग्रेस को इक़्तेदार हवाले करें ताकि रियासत की हमागीर तरक़्क़ी यक़ीनी होसके। उन्होंने अवाम पर ज़ोर दिया कि इंतेख़ाबात के वक़्त वो अपने दिल की नहीं दिमाग़ की बात सुनें और जो लोग जज़बात, झूटे वादों से गुमराह करने की कोशिश कररहे हैं उन से चौकस रहें।