नई दिल्ली
संदल की लकड़ी बिलख़ुसूस सुर्ख़ संदल की लकड़ियां ज़्यादा तर हिन्दुस्तान में ही स्मगल की जाती हैं और हुकूमत को बहुत जल्द रियासती सतह पर क़ीमती दरख़्तों के आदाद-ओ-शुमार दस्तियाब होने की तवक़्क़ो है। मर्कज़ी वज़ीर जंगलात-ओ-माहौलियात मिस्टर प्रकाश जावड़ेकर ने आज लोक सभा में वक़्फ़ सिफ़र के दौरान बताया कि अदवियाती ख़वास पर हामिल दरख़्तों को गै़रक़ानूनी तरीक़े से काट दिया जाता है और मुल्क में एक मुक़ाम से दूसरे मुक़ाम को मुंतक़िल किया जाता है।
उन्होंने कहा कि क़ीमती दरख़्तों की हिफ़ाज़त केलिए क़ानून को मज़ीद मज़बूत-ओ-मुस्तहकम बनाने केलिए तजावीज़ तलब की हैं जबकि कोइमबतोर में एक इदारे को जंगलाती दौलत की तफ़सीलात इकट्ठा करने की ज़ज़ादारी दी गई है और हुकूमत को बहुत जल्द मुख़्तलिफ़ रियासतों में संदल और सुर्ख़ संदल के दरख़्तों के आदाद-ओ-शुमार हासिल होजाएंगे। ये शिकायत किए जाने पर कि उत्तरप्रदेश में आबी दरख़्तों से संदल की लकड़ी स्मगल की जाती है मर्कज़ी वज़ीर ने कहा कि वो एक मुआइनाकार टीम रवाना करके बरसर मौक़ा इस का पता चलाया जाएगा|