मुल्क में अक्लियतों को अब गुमराह नहीं किया जा सकता

लोक जन शक्ति पार्टी अक्लियती सेल के रियासती सदर डॉक्टर शहनवाज हुसैन कैफी ने अररिया के एक होटल में प्रेस कोन्फ्रेंस को खिताब करते हुये कहा की 60 सालों से फरेब खाने वाले अक्लियतों को अब और गुमराह नहीं किया जा सकता। उन्होने कहा की मुल्क में अक्लियतों की हालत दलितों से भी बदतर है। इसके लिए कोई सुबूत देने की ज़रूरत नहीं। हालांकि एमएसडीपी मंसूबा के तहत अक्लियतों की हालत सुधारने का प्रोपगेंडा यूपीए हुकुयांत ने किया जबकि सच्चाई ये है की एमएसडीपी मंसूबा की खातिर करोड़ों रुपए का फंड दूसरे मंसूबों पर खर्च कर दिया गया। डॉक्टर कैफ ने कहा की सेकुलर कहलाने वाले लीडरान बताएं की अक्लियतों की इतनी खराब हालत क्यों है। जिनको वजीफा मिलता था बे ज़मीनों को क़र्ज़ नहीं दिया गया जिस से वो अपनी मुआशी बदहाली को दूर कर सकें। नतीजतन उनकी हालत दिन बदीन खराब होती जा रही है। उन्होने कहा की नरेंद्र मोदी ने अक्लियतों को तरक़्क़ी और क़ौमी धारे से जोड़ने की कोशिश की है। वो मुसलमानों के एक हाथ में कुरान तो दूसरे में कम्प्युटर देखना चाहते हैं और इस पर अमल दर आमद शुरू हो चुका है।