नई दिल्ली, ३१ दिसम्बर: (पी टी आई) हुकूमत ने आज एतराफ़ किया कि मुल्क में तशद्दुद हनूज़ आली सतह पर नाक़ाबिल-ए-क़बूल है। इंतहापसंद ग्रुपों के साथ मुसल्लह तहरीक के मसला पर बातचीत से ही उन के मसाइल का हल बरामद किया जा सकता है।
वज़ीर-ए-दाख़िला पी चिदम़्बरम ने यहां प्रैस कान्फ़्रैंस से ख़िताब करते हुए कहा कि आली सतह पर तशद्दुद हमारे लिए नाक़ाबिल-ए-क़बूल है।
तशद्दुद के लिए रोकने के लिए हर मुम्किना कोशिशें की जाएंगी। इंतहापसंद ग्रुपों को पुलिस कार्रवाई और तरक़्क़ीयाती कार्यवाईयों के मिले जले माहौल से हट कर आगे आना होगा। तशद्दुद की अबतरी को महसूस किया जाये तो जमहूरी समाज में इख़तिलाफ़ात को हल करने के लिए बातचीत ही वाहिद ज़रीया है।
एक जमहूरी समाज में हर कोई पुरअमन फ़िज़ा-ए-चाहता है। हमें तशद्दुद को सिफ़र सतह पर लाना होगा। ये पूछे जाने पर कि आया नए साल में इन की तर्जीहात क्या होंगी, चिदम़्बरम ने कहा कि साल 2012-ए-ही काफ़ी नहीं है बल्कि हमें चैलेंजस से निमटने के लिए दो तीन साल दरकार होंगी।
चिदम़्बरम ने मज़ीद कहा कि 2008 मुंबई दहश्तगर्द हमलों की तहक़ीक़ात के सिलसिला में हुकूमत ने पाकिस्तानी अदालती कमीशन के दौरा-ए-हिंदूस्तान की ख़ाहिश से मुताल्लिक़ मुंबई हाईकोर्ट को मतला किया है। इस कमीशन के वफ़द में अजमल क़स्साब से सवाल करने वाले ओहदेदार भी शामिल हैं।
जब उन से कमीशन के दौरे से मुताल्लिक़ सवाल किया गया तो उन्हों ने कहा कि हमें पाकिस्तानी कमीशन की ख़ाहिश का इल्म होते ही हम ने मुंबई हाईकोर्ट को मतला कर दिया है। ये कमीशन जनवरी 2012 में हिंदूस्तान का दौरा करेगा और मुंबई में दहश्तगर्द हमलों के वाक़ियात का जायज़ा लेगा।