मुल्क में दहश्तगरदों के ख़िलाफ़ मुत्तहदा जंग

शीलाइंग

आसाम में 80 आदि वासियों के क़तल-ए-आम पर संगमा का एहतेजाज

मेघालय के चीफ मिनिस्टर एम संगमा ने कहा कि मुल्क के अंदर फ़रोग़ पाने वाली दहशतगर्दी और दहशतगरदों के ख़िलाफ़ मुत्तहदा जंग नागुज़ीर बन गई है। आसाम में एन डी एफ बी (उस) की जानिब से 80 आदि वासियों के क़तल-ए-आम के तनाज़ुर में उन्होंने दहशतगरदों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की वकालत की।

संगमा ने बताया कि सिर्फ़ मुल्क के बाहर से ताल्लुक़ रखने वाले दहशतगरदों के ख़िलाफ़ जंग करने की क्या वजह है? हमें अंदरून-ए-मुल्क फैलने वाली दहशतगर्दी और दहशतगरदों का सफाया करने के लिए मोस्सर जंग करने की ज़रूरत है। अंदरून-ए-मुल्क दहशतगरदों की तादाद में दिन बह दिन इज़ाफ़ा देखा जा रहा है।

ये लोग समाज में फ़िर्कावाराना हम आहंगी के लिए ख़तरा बने हुए हैं। हमें उन पर क़ाबू पाना होगा। अब बहुत देर होचुकी है, हर दिन हमारे लिए कीमती है ताकि हम अपने अवाम की कीमती जानों को बचा सकीं। इस तरह के होलनाक वाक़ियात से इंसानी जानों का नुक़्सान होरहा है।

हमें अपनी गलतियों को सुधारते हुए दहशतगर्दी की लानत से निमटना होगा, क्योंकि अब तक हम ने कुछ नहीं किया, इस में बहुत ताख़ीर होचुकी है। मर्कज़ और रियासतों में बरसर‍-ए‍‍-इक़्तेदार ताक़तों की ज़िम्मेदारी है कि वो एक नई सख़्त तरीन पॉलीसी इख़तियार करें और इस तरह के जराइम के ख़िलाफ़ कार्रवाई करें।

उन्होंने कहा कि अब वक़्त आचुका है कि बुनियादी सतह पर इनका सफाया किया जा सके। कई सियासी पार्टियों की जानिब से इख़तियार करदा मौक़िफ़ की मज़म्मत करते हुए उन्होंने कहा कि हमेशा ये रुजहान रहा है कि हलाकत ख़ेज़ वाक़ियात के बाद सियासी पार्टियां मुफ़ाद परस्ती का मुज़ाहरा करती हैं।