तालीम को कॉरपोरेट इदारों में तबदील करने और ज़ाफ़रानी रंग में रंगने की हुकूमत की कोशिशें बंद होनी चाहीए। मनोहर राजू रियासती जनरल सेक्रेटरी तेलंगाना परोगरीसीव टीचर्स फेडरेशन ने नारायणपेट में असातिज़ा और तलबा-ए-के एक मीटिंग से ख़िताब करते हुए ये बात कही।
उन्होंने कहा कि हमारा मुल्क सेकुलर है यहां हर मज़हब ज़ात पात के मानने वाले लोग हैं। मर्कज़ी हुकूमत की तरफ से निसाबी कुतुब में ज़ाफ़रानी लिटरेचर को भरने की कोशिश की जा रही है।
इस तरीके को रोकने की ज़रूरत है। क्युंकि कसरत में वहदत का जो हमारा तरीक़ा रहा है वो मुतास्सिर होसकता है। मुल्क में
सेकुलरिज्म को प्रवान चढ़ाने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया।
तेलंगाना परोगरीसीव टीचर्स फेडरेशन की तरफ से क़ब्लअज़ीं एक रियाली निकाली गई जिस में सैंकड़ों तलबा-ए-और असातिज़ा ने शिरकत की। गर्वनमेंट जूनियर कॉलेज से होते हुए रियाली तेलंगाना चौराहा पर जल्सा-ए-आम में तबदील होगई। इस मीटिंग में अशोक, हनमीश, मुहम्मद महमूद, राम मोहन, राघवा चारी, अरोनोदया, चन्द्रना, जिया-ओ-दुसरें ने शिरकत की।