नई दिल्ली २१ दिसम्बर: (पी टी आई) पार्लीमैंट को आज मतला किया गया कि मुल्क में महिकमा इनकम टैक्स ने 300 करोड़ के काले धन को ज़बत किया है। इस में रक़म और जे़वरात भी शामिल हैं। अप्रैल से अक्टूबर 2011-12 के दरमयान महिकमा इनकम टैक्स की कार्यवाईयों से कई करोड़ के काले धन का पता चला है।
वज़ीर फ़ीनानस परनब मुकर्जी ने राज्य सभा को बताया कि महिकमा इनकम टैक्स ने 2190 वारंटस जारी किए और 299.63 करोड़ रुपय के असासा जात ज़बत की। उन्हों ने कहा कि ज़बत शूदा जुमला रक़म 179.59 करोड़ रुपय है जबकि 95.67 करोड़ रुपय के जे़वरात और 24.36 करोड़ रुपय के दीगर असासा जात ज़बत किए गए हैं।
राज्य सभा में एक अलैहदा ब्यान देते हुए मुमलिकती वज़ीर फ़ीनानस एस एस पिलानी मनीतम ने कहा कि महिकमा इनकम टैक्स को इस इत्तिला के मुसद्दिक़ा होने पर कोई शुबा नहीं है कि स्विटज़रलैंड में बैंक एकाउंट् रखने वाले हिंदूस्तानियों से मुताल्लिक़ हुकूमत फ़्रांस ने बाअज़ मालूमात फ़राहम किए हैं।
इस सवाल पर कि बैरूनी मुल्क में बैंक खाते रखने वालों की फ़हरिस्त के मुसद्दिक़ा होने पर कोई शुबा है, तो उन्हों ने कहा कि हुकूमत को इस रिपोर्ट पर कोई शुबा नहीं है क्योंकि ये रिपोर्ट हुकूमत फ़्रांस की जानिब से मौसूल हुई है ताहम मौसूला मालूमात की इनकम टैक्स क़वानीन के मताबक़बत मैं तौसीक़ किया जाना बाक़ी है।
इस ताल्लुक़ से ग़ैर मालना कोई आमदनी पाई जाती है तो और टैक्स चोरी का मुआमला सामने आता है तो ज़रूरी कार्रवाई की जाएगी। ममालिकती वज़ीर फ़ीनानस ने कहा कि उन्हों ने ये जवाब इस सवाल के सिलसिले में दिया है कि आया स्विटज़रलैंड के बैंकों में खाते रखने वाले हिंदूस्तानियों की फ़हरिस्त हुकूमत फ़्रांस से मौसूल हुई है वो दरुस्त है या नहीं? हिंदूस्तान को हुकूमत फ़्रांस से उन एकाउंटस के बारे में मालूमात हासिल हुई हैं जिस पर कोई शुबा नहीं किया जा सकता क्योंकि हिंदूस्तान और फ़्रांस के दरमयान दोहरे टैक्स से गुरेज़ करने वाले मुआहिदे के तहत ये मालूमात फ़राहम किए गए हैं।
उन्हों ने मज़ीद कहा कि मालूमात हमारे हवाले करते हुए हुकूमत फ़्रांस ने अपने ज़राए का इशारा नहीं दिया है। काले धन की मिक़दार से मुताल्लिक़ मुमलिकती वज़ीर फ़ीनानस ने कहा कि हुकूमत ने इस का जायज़ा लेने के लिए एक टीम मुक़र्रर की है और मुल्क् के अंदर और बाहर दौलत का पता चलाने के लिए कोशिशें की जा रही हैं।
इस दौलत के ज़रीया क़ौमी सलामती पर पड़ने वाले असरात का भी जायज़ा लिया जा रहा है। ये जायज़ा तीन इदारों की जानिब से अलैहदा अलैहदा लिया जा रहा है। ये तीन इदारे नैशनल इंस्टीटियूट आफ़ पब्लिक फ़ीनानस और पालिसी, नैशनल इंस्टीटियूट आफ़ फ़ीनानशील मैनिजमंट और नैशनल कौंसल एप्लाइड इकनॉमिक रिसर्च हैं।
महिकमा इनकम टैक्स ने अप्रैल 2009-से 2038 करोड़ लॉगती असासा जात ज़बत किए हैं। इस के इलावा अंदरून-ए-मुल्क ज़ाइद अज़ 30 हज़ार करोड़ की अनगिनत आमदनी का भी पता चलाया है। महिकमा इनकम टैक्स ने गुडस ऐंड सर्विसेस की ग़लत क़ीमतों का भी पता चलाते हुए अप्रैल 2009-ए-से अब तक 66085 करोड़ रुपय जिस में सरहद पार की टैक्स की शक्ल में 33784 करोड़ वसूल करदा रक़म भी शामिल है।