वाशिंगटन / ईस्लामाबाद 29 दिसमबर (पी टी आई) अमरीकी वफ़ाक़ी तहक़ीक़ाती इदारे (एफ़ बी आई) ने वज़ाहत की है कि अफ़्ग़ान तालिबान के मफ़रूर सरबराह मुल्ला उम्र का नाम अमरीका को मतलूब अफ़राद की फ़हरिस्त में शामिल नहीं था। पाकिस्तानी ज़राएइबलाग़ ने गुज़श्ता रोज़ दावा किया था कि अमरीका को इंतिहाई शिद्दत के साथ मतलूब दहश्तगरदों की फ़हरिस्त से मुल्ला उम्र का नाम ख़ामोशी के साथ निकाल दिया गया है।
इस दावा के जवाब में एफ़ बी आई ने आज ये वज़ाहत की है । मुल्ला उम्र ने 1990 के अशरे में अफ़्ग़ानिस्तान में तालिबान हुकूमत की क़ियादत की थी। एफ़ बी आई के तर्जुमानने कहा है कि मतलूब दहश्तगरदों की फ़हरिस्त से मुल्ला उम्र का नाम निकाले जाने का कोई सवाल इस लिए भी पैदा नहीं होता कि ये नाम उन दहश्तगरदों की फ़हरिस्त में शामिल नहीं था जिन के सर पर 10 मिलयन अमरीकी डालर इनाम का ऐलान किया गया था ।
एफ़ बी आई तर्जुमान , मुल्ला उम्र के बारे में पाकिस्तानी ज़राए इबलाग़ मैं शाय शूदा ख़बरों से मुताल्लिक़ सवाल का जवाब दे रहे थे । एफ़ बी आई फ़हरिस्त से मुल्ला उम्र का नाम हज़फ़ किए जाने के दावे और जवाबी दावे के दौरान सब से पहले ये ख़बर देने वालेअख़बार ऐक्सप्रैस टरीबीवन ने अपनी वैब साईट से इस ख़बर को हटा लिया है ।
एफ़ बी आई ने इस फ़हरिस्त में मुल्ला उम्र का नाम शामिल ना रहने के बारे में वज़ाहत करते हुए कहा कि अमरीकी महिकमा-ए-ख़ारजा की शोबा इंसाफ़-ओ-इनाम की फ़हरिस्त में मुल्ला उम्र का नाम बदस्तूर बरक़रार है।
वज़ारत-ए-ख़ारजा के ओहदेदार ने मज़ीद कहा कि इस फ़हरिस्त में मुल्ला उम्र के मौक़िफ़ में कोई तबदीली नहीं हुई है।इनामात बराए इंसाफ़ शोबा की वैब साईट पर ताज़ा तरीन इत्तिलाआत के मुताबिक़ मुल्ला उम्र ने अफ़्ग़ानिस्तान में अलक़ायदा लीडर उसामा बिन लादन को पनाह दी थी और उन के नैटवर्क ने 9/11 को अमरीका पर हमला किया था। इस जुर्म के लिए वो बदस्तूर मतलूब है।