अगर्चे वज़ीरे दाख़िला और तहरीके तालिबान पाकिस्तान के ग्रुप में से मतलूब शख़्स मुल्ला फ़ज़लुल्लाह के इन्सिदादे दहशतगर्दी ऑप्रेशन में पाकिस्तान अफ़्ग़ानिस्तान सरहद पर मारे जाने की तसदीक़ नहीं कर रहे मगर इस हवाले से होने वाली पेशरफ़्त से आगाह अफ़राद का इसरार है कि मुल्ला फ़ज़लुल्लाह मारे गए हैं।
उनका कहना है कि अगर मुल्ला (फ़ज़लुल्लाह) ज़िंदा हैं तो टी टी पी को उनकी ज़िंदगी का सबूत भी देना पड़ेगा। टी टी पी अवाम में फ़ज़लुल्लाह की ज़िंदगी के बारे में सबूत की फ़राहमी में ताख़ीर की मुतहम्मिल नहीं हो सकती, उनका एक ग्रुप जमातुल अहरार नीम दिल्ली से फ़ज़लुल्लाह के बारे में तरदीद कर रहा है।