इस्लामाबाद हाईकोर्ट के हुक्म पर साबिक़ फ़ौजी सदर परवेज़ मुशर्रफ़ के ख़िलाफ़ लाल मस्जिद के अबदुर्रशीद ग़ाज़ी और उन की वालिदा के क़त्ल का मुक़द्दमा दर्ज कर लिया गया।
हाफ़िज़ हारून रशीद ने लाल मस्जिद ऑप्रेशन में अपने वालिद ग़ाज़ी अबदुर्रशीद और वालिदा के क़त्ल का मुक़द्दमा दर्ज ना करने पर तौहीन अदालत की दरख़ास्त दायर की थी।
पीर को जस्टिस नूरुल हक़ क़ुरैशी पर मुश्तमिल सिंगल बेंच ने दरख़ास्त की समाअत की। समाअत के दौरान एस एच ओ आबपारा क़ासिम नियाज़ी अपनी रिपोर्ट पेश की। इस पर अदालत ने सख़्त ब्रहमी का इज़हार करते हुए उन से पूछा कि अदालती हुक्म के बावजूद मुक़द्दमा दर्ज क्यों नहीं किया गया?