मुशर्रफ के खिलाफ बगावत का मुकदमा टला

पाकिस्तान के साबिक सदर परवेज मुशर्रफ कि खिलाफ बगावत के मामले की सुनवाई कर रही खुसूसी अदालत ने मंगल के रोज़ उनका मुकदमा टाल दिया और जुमे तक सुनवाई टाल दी। जीओ न्यूज के मुताबिक, मुशर्रफ का बचाव कर रहे वकीलों ने कहा कि साबिक सदर के मुकदमा तय करने से पहले खुसूसी अदालत की इंसाफ की हद तय की जानी चाहिए।

अगली सुनवाई में अदालत इस बात पर फैसला सुनाएगी कि मुशर्रफ के खिलाफ मामला फौजी अदालत में चलाया जा सकता है या नहीं। साल 2007 में आईन मुअत्तल करने और मुल्क में इमरजेंसी लगाने के लिए मुशर्रफ बगावत के इल्ज़ामात का सामना कर रहे हैं जिसके साबित होने पर उन्हें मौत तक की सजा सुनाई जा सकती है।

इससे पहले मंगल के रोज़ सख्त सेक्युरिटी के बीच इस्लामाबाद की खुसूसी अदालत में हाजिर हुए। मुशर्रफ पर बगावत का मुकदमा चल रहा है।

“डॉनऑनलाइन” के मुताबिक, इस दौरान 1,200 पुलिस मुलाज़्मीन और Anti-Terrorism Squad के आफीसर डयूटी पर थे और अदालत के अहाते में 400 से ज्यादा मुलाज़्मीन तैनात थे। मुशर्रफ के खिलाफ दर्ज मामले की सुनवाई जस्टिस फैसल अरब की कियादत में तीन रूकनी बेंच कर रही है।

रावलपिंडी वाके आम्र्ड फोर्सेज इंस्टीटयूट ऑफ कार्डियोलॉजी से लेकर अदालत तक के रास्ते में मुशर्रफ के लिए सख्त सेक्युरिटी की गई थी। दो जनवरी को सीने में दर्द की शिकायत के बाद से मुशर्रफ रावलपिंडी के फौकी अस्पताल में शरीक हैं। गौरतलब है कि अदालत की पहले की कार्रवाई में हाजिर न होने के सबब , सात फरवरी को अदालत ने मुशर्रफ को 18 फरवरी से पहले अदालत में हाजिर होने के हुक्म दिए थे।