मुशर्रफ़, उसामा की पाकिस्तान में मौजूदगी से आगाह थे!

एक हिंदुस्तानी अख़बार ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि परवेज़ मुशर्रफ़, उसामा बिन लादैन की पाकिस्तान में मौजूदगी से आगाह थे। टाईम्स ऑफ़ इंडिया ने बर्तानवी सहाफ़ी कारलूटा गेल की नई किताब के हवाले से लिखा कि पाकिस्तान के साबिक़ फ़ौजी आमिर मुशर्रफ़ मुम्किना तौर पर अलक़ायदा के रहनुमा बिन लादैन और उस की रूपोशी की जगह को जानते थे।

सहाफ़ी ने अपनी किताब में ये इन्किशाफ़ पाकिस्तान के रिटायर्ड जेनरल तलअत मसऊद के हवाले से किया है। बर्तानवी सहाफ़ी की किताब के कुछ इक़तिबासात अमरीकी अख़बार न्यूयार्क टाईम्स में भी शाय हुए और पाकिस्तानी फ़ौज ने उस की तरदीद की है।

न्यूयार्क टाईम्स की रिपोर्ट में मुसन्निफ़ा ने अपने ज़राए का इन्किशाफ़ नहीं किया था। ताहम हिंदुस्तानी अख़बारात ने ख़बररसां इदारा के हवाले से इस ज़राए का नाम रिटायर्ड जेनरल तलअत मसऊद बताया है।

आइन्दा 8 अप्रैल को मंज़रे आम पर आने वाली बर्तानवी सहाफ़ी की किताब “The Wrong Enemy: America in Afghanistan 2001-2004” में वो लिखती है कि मुशर्रफ़ के ख़िलाफ़ अदालती केस के आगे बढ़ने से इस दौर के मज़ीद इसरार खुलेंगे।