साबिक़ फ़ौजी सदर परवेज़ मुशर्रफ़ के ख़िलाफ़ ग़द्दारी के मुक़द्दमे की समाअत के दौरान उन के वकील ने अदालत से दरखाश्त की है कि मुशर्रफ़ की बजाय उन को फांसी दी जाए।
जस्टिस फ़ैसलुल अरब की सहि रुक्नी ख़ुसूसी अदालत ने इस मुक़द्दमे की समाअत की तो साबिक़ फ़ौजी सदर की वुक्ला टीम में शामिल राना एजाज़ ने इब्तिदा में ही कहा कि वो मुशर्रफ़ के दोस्त हैं और उन के दौर में पंजाब हुकूमत में वज़ीरे क़ानून भी रहे हैं।
उन्हों ने कहा कि उन के दोस्त इस वक़्त मुश्किल में हैं, इस लिए दोस्ती का तक़ाज़ा है कि मुशर्रफ़ की जगह उन्हें ग़द्दारी के मुक़द्दमे में फांसी या फिर उम्र क़ैद की सज़ा दी जाए।