मुशर्रफ़ की दरख़ास्त पर अदालत का फ़ैसला महफ़ूज़

पाकिस्तान की एक ख़ुसूसी अदालत ने जेनरल परवेज़ मुशर्रफ़ की दरख़ास्त पर जिस में तहक़ीक़ाती रिपोर्ट की एक नक़ल फ़राहम करने की ख़ाहिश की गई थी जिस की बुनियाद पर साबिक़ फ़ौजी हुक्मराँ के ख़िलाफ़ ग़द्दारी का मुक़द्दमा चलाया जा रहा है।

तीन रुक्नी अदालत ने जिस की क़ियादत जस्टिस फ़ैसल अरब सिंध हाईकोर्ट कर रहे हैं मुक़द्दमा की समाअत की। मुशर्रफ़ के वकील फ़ारूक़ नसीम ने कहा कि मुक़द्दमा की समाअत मुंसिफ़ाना होना चाहीए वर्ना होना ही नहीं चाहीए।

उन्हों ने इल्ज़ाम आइद किया कि मर्कज़ी महकमा सुराग़ रसानी की तहक़ीक़ाती रिपोर्ट फ़राहम ना करने से हुकूमत के ग़लत अज़ाइम का इशारा मिलता है। जेनरल मुशर्रफ़ ने 2007 में मुल्क में एमरजेंसी नाफ़िज़ की थी।