मुश्तर्क आबादियाती पालिसी के ताय्युन और अक़िल्लीयत की दुबारा तारीफ़

मुंबई: मर्कज़ी वज़ीर-ओ-बी जे पी क़ाइद गिरी राज सिंह ने आज आबादी में बेक़ाबू इज़ाफ़ा का मुतालिबा करते हुए लफ़्ज़ अक़िल्लीयत के वाज़िह मानी के ताय्युन का मुतालिबा किया।

उन्होंने कहा कि चार रुख़ी तरक़्क़ी का मक़सद उसी वक़्त हासिल हो सकता है जब कि हमारे मुल्क में आबादी पर कंट्रोल किया जाये। उन्होंने कहा कि अगर जापान और चीन मतलूबा शरह तरक़्क़ी हासिल करसके तो इसकी वाहिद वजह ये थी कि उन्होंने अपनी आबादी की शरह तरक़्क़ी को मुकम्मल तौर पर क़ाबू में रखा है।

उन्होंने कहा कि एक मुश्तर्क आबादियाती पालिसी होनी चाहिए जो तमाम शहरीयों पर लागू हो ताकि समाजी हम-आहंगी बरक़रार रखी जा सके और हमा जहती तरक़्क़ी हो सके। मर्कज़ी वज़ीर‍-ए‍-मुमलकत बराए मामूली छोटी और औसत सनअतों में उनकी विज़ारत के प्रोजेक्टस की तरक़्क़ी का जायज़ा लेते हुए ये तबसरा किया।

आर एस एस हमेशा ही अक़िल्लीयतों की आबादी में अक्सरीयत की बनिसबत तेज़-रफ़्तार इज़ाफे का इल्ज़ाम आइद करती रही है।