मुसलमानों की तरक़्क़ी के लिए ठोस इक़दामात का मुतालिबा

तेलंगाना राष्ट्रीय समीती के सीनीयर अक़लियती क़ाइद मुहम्मद अबदुलवहीद ने रियासती वज़ीर आबपाशी मार्केटिंग-ओ-उमूर मुक़न्निना टी हरीश राव से मुलाक़ात करते हुए उन्हें अक़लियतों के मसाइल की यकसूई और उनकी फ़लाह-ओ-बहबूद के लिए नुमाइंदगी की और अक़ललियतों बिलख़सूस मुस्लिम तालीम-ए-याफ़ता नौजवानों को सरकारी मह्कमाजात में मुलाज़िमतों की फ़राहमी पर ज़ोर दिया।

मुहम्मद अबदुलवहीद जो हरीश राव के क़रीबी रफ़क़ा में शुमार किए जाते हैं कहा कि साबिक़ा हुकूमतों ने तेलंगाना के मुसलमानों के साथ हर शोबे में नाइंसाफ़ीयां की हैं उन्होंने रियासती वज़ीर से अज़ला ताल्लुक़ा जात में उर्दू मुशाविरों के इनइक़ाद अक़लियती मालीयाती कारपोरेशन से मुस्लिम बेरोज़गार नौजवानों को रोज़गार की फ़राहमी , बेवा और मुअम्मरीन के लिए माहाना वज़ीफे में भी इज़ाफ़ा की नुमाइंदगी की उन्होंने कहा कि तेलंगाना के कई ताल्लुक़ा जात और देहातों में मुस्लमान सतह ग़ुर्बत से भी निचली ज़िंदगी गुज़ार रहे
हैं उनकी गुज़र बसर के लिए बे‍हतर इक़दामात करने पर भी ज़ोर दिया उन्होंने मुल्क उल-शियर ए-ए-के एज़ाज़ को बहाल करने के साथ साथ तेलंगाना के ओक़ाफ़ी जायदादों के तहफ़्फ़ुज़ और सिद्दिपेट को तरक़्क़ी देने पर भी बातचीत की जिस पर हरीश राव ने उनकी नुमाइंदगी पर संजीदगी से ग़ौर करने और इस पर जल्द अज़ जल्द अमल आवरी का यकीन दिया।