हैदराबाद 27 जून: चीफ़ मिनिस्टर के चन्द्रशेखर राव ने कहा कि हुकूमत ने मुसलमानों की तालीमी तरक़्क़ी के लिए जारीया माह से 120 अक़ामती स्कूलस के आग़ाज़ का फ़ैसला किया है। 3900 करोड़ की लागत से रियासत में अक़लियतों के लिए अक़ामती स्कूलस क़ायम किए जा रहे हैं और उन्हें ख़ुशी है कि रमज़ान उल-मुबारक में स्कूलों का आग़ाज़ हो रहा है। चीफ़ मिनिस्टर निज़ाम कॉलेज ग्रांऊड पर मुनाक़िदा दावते इफ़तार के मदाओईन से मुख़ातब थे।
दावते इफ़तार में समाज के मुख़्तलिफ़ शोबों से ताल्लुक़ रखने वाली नुमाइंदा शख़्सियतों ने शिरकत की। चीफ़ मिनिस्टर ने कहा कि मुस्लिम स्टूडेंट्स की बेहतर तालीमी मुस्तक़बिल और उनके ताबनाक मुस्तक़बिल के लिए वो अल्लाह से दुआ-गो हैं। उनकी दुआ है कि अक़लियतों के लिए क़ायम किए जानेवाले अक़ामती स्कूलस कामयाबी के साथ काम करें और अक़लियतों में तालीमी पसमांदगी का ख़ातमा हो।
उन्होंने कहा कि तेलंगाना हुकूमत अक़लियती बहबूद के मुआमले में मुल्क की दुसरी रियासतों में सर-ए-फ़हरिस्त है। किसी रियासत में अक़लियती बहबूद के लिए 1200 करोड़ से ज़ाइद का बजट मुख़तस नहीं किया गया। तेलंगाना हुकूमत ने ना सिर्फ इस क़दर बजट मुख़तस किया बल्के कई फ़लाही स्कीमात का आग़ाज़ किया गया। चीफ़ मिनिस्टर ने ब-तौर-ए-ख़ास शादी मुबारक स्कीम का हवाला दिया जिसके तहत ग़रीब मुस्लिम लड़कीयों की शादी के मौके पर 51 हज़ार रुपये की इमदाद फ़राहम की जाती है। उन्होंने कहा कि अक़लियती बहबूद की मुख़्तलिफ़ स्कीमात के अलावा मुसलमानों की तालीमी पसमांदगी का ख़ातमा उनकी अव्वलीन तर्जीह हैं।
चीफ़ मिनिस्टर ने उर्दू में तक़रीर करते हुए तमाम मदाओईन को इस माह मुक़द्दस की मुबारकबाद पेश की। उन्होंने कहा कि नई रियासत हासिल करने के बाद हुकूमत का फ़र्ज़ था कि तेलंगाना की गंगाजमनी तहज़ीब का एहया किया जाये। उन्हें ख़ुशी है कि टीआरएस हुकूमत इस राह पर चल पड़ी है और गंगा जमुनी तहज़ीब की बहाली के ज़रीये रियासत में अच्छा माहौल पैदा हुआ है।
उन्होंने कहा कि एक दिन में रियासत की 200 मसाजिद में इफ़तार और तआम का इंतेज़ाम किया गया है जिस में लाखों अफ़राद शिरकत करके आपस में ख़ुशीयां बांट रहे हैं। चीफ़ मिनिस्टर ने कहा कि वो रियासत के हर शहरी के चेहरे पर ख़ुशी देखना चाहते हैं। डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर मुहम्मद महमूद अली ने इस मौके पर कहा कि चीफ़ मिनिस्टर तेलंगाना की गंगाजमनी तहज़ीब के एहया के लिए संजीदा हैं। उन्होंने कहा कि 20 करोड़ रुपये रमज़ान पैकेज के लिए मुख़तस किए गए जिस में 5 करोड़ अज़ला और 15 करोड़ रुपये शहर में दावते इफ़तार के लिए मुख़तस किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि शहर और अज़ला की 200 मसाजिद में हुकूमत की तरफ से इफ़तार का एहतेमाम किया गया। उस के अलावा दो लाख ग़रीब ख़ानदानों में कपड़े तक़सीम किए गए हैं। महमूद अली ने कहा कि चीफ़ मिनिस्टर ने कपड़ों की तक़सीम के सिलसिले में ख़वातीन के दो जोड़े पैकेज में रखने की सिफ़ारिश की ताकि ख़वातीन को एक से ज़ाइद जोड़ा बतौर तोहफ़ा पेश किया जा सके। उन्होंने कहा कि टीआरएस हुकूमत और चन्द्र शेखर राव के इक़तिदार में निज़ाम-ए-हैदराबाद के दौर से बेहतर हालात दिखाई दे रहे हैं। सेकुलरिज्म की बरक़रारी और तमाम तबक़ात के साथ यकसाँ सुलूक हुकूमत का अहम कारनामा है।
उन्होंने कहा कि तमाम मज़ाहिब के ईद और तहवारों को सरकारी तौर पर मनाया जा रहा है और तमाम तबक़ात आपस में बाहम शेरो शुक्र ज़िंदगी बसर कर रहे हैं। डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर ने 71 अक़ामती स्कूलस के क़ियाम का ज़िक्र किया और कहा कि हुकूमत मुसलमानों की तालीमी पसमांदगी से बख़ूबी वाक़िफ़ हैं।
मुस्लमान हर शोबे में पसमांदा हैं। चीफ़ मिनिस्टर चाहते हैं कि मुस्लिम बच्चों को एक हाथ में क़ुरआन और दूसरे में जदीद उलूम का क़लम दिया जाये। उन्होंने कहा कि सच्चर कमेटी ने मुसलमानों की पसमांदगी पर अपनी रिपोर्ट में वाज़िह किया कि मुस्लमान दलित से ज़्यादा पसमांदा हैं। उन्होंने कहा कि तेलंगाना में मुसलमानों को दुसरे अक़्वाम के बराबर तरक़्क़ी के मवाक़े फ़राहम किए जाऐंगे।
मुसलमानों ने 400 बरस तक हुक्मरानी की लेकिन पिछ्ले 68 बरसों में उन्हें पसमांदगी से दो-चार कर दिया गया। महमूद अली ने उलमा-ओ-मशाइख़ीन से बारिश, सुनहरे तेलंगाना और चीफ़ मिनिस्टर की सेहत और दराज़ी उम्र के लिए दुआओं की अपील की। चीफ़ मिनिस्टर के साथ 500 इंतेहाई अहम शख़्सियतों का अनकलोझ़र बनाया गया था। उस के अलावा तीन अलाहिदा इनकलोझ़रस बनाए गए थे और हर एक में दाख़िले के लिए अलाहिदा कार्ड था। मौलाना मुफ़्ती ख़लील अहमद शेख़ उल जामिआ निज़ामीया ने फ़ज़ाइल रमज़ान बयान किए और नमाज़ मग़रिब की इमामत की। मौलाना हाफ़िज़-ओ-क़ारी मुहम्मद रिज़वान क़ुरैशी ख़तीब-ओ-इमाम मक्का मस्जिद ने किरा॔त कलाम पाक का मुज़ाहरा पेश किया।